Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 86
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir || आयुरिन हे उत्तमाः ब्रह्माणिपर ब्रह्माण आसक्तचित्ता भवनयूयां कभवभयांभो धि पारंनरी तुंभवभयांभोधेः पारः भवभयांभोधिपारसंशेषसमसमास्थिरंकिंकिंभायः आयुःकल्लोललोलेकतिपयदिवसस्थायिनीयौवनश्रीरासंकल्पकल्पा घनसमयताडिदिनमाभोगपूराः कनाश्लेषोपाइंतरपिचनावरंयस्थि याभिःमणीतंब्रह्मण्यासकरित्ताभरतभवभयाशीधिपारंतरीतु 82 कल्लोललोलं समुद्रकझोलचपतंयौवनश्रीः कतिपयदिवस स्थायिनी कतिपयदिवसान स्थादृशाल मस्याः कतिपयादिवसस्थायिनी अर्थाः संकल्प कल्पाःसंकल्पतुल्या भोगपूराः For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116