Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 18
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir || सोराभंगीहताः कथमपिकेनापियकारेणनदाराधनपरैः नेपांरपलानामाज्ञायांसंलग्र || स्माभिरिनिशेषः नेषांकदुवचनैरुत्थिनमंनष्णश्वासननिरुथ्य इत्यर्थः मांदीनमन्यंगाहमा पहासनाधार्येषानेपामापचिनसंभलदारणमंजलिः प्रणामश्चकनः भून्येनसारराहिनेन सनश्चित्तसंभामहसिनधियामंजाल पिचमारोमोघाशेफिमपरमुनीनन यसिमाम् 9 आदित्यस्यगनागरैरहरहासंक्षीयतेजीवितंच्यापारेहुका य्यभारगुरुमिकालानाज्ञायत पनसा नयापि आशे योपानिः फलानाशा इच्छादिक इतियायस्याः सात्वकिमपरंएनसकारयितापिरखलानांपुर: मानर्नयासिनर्जनका रयसीनिभानः 6 गमनागमनकुर्वनविहरनिजीविनम् सोषितंयहरेः पादकंजतेषां For Private and Personal Use Only

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