Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 55
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir सायोगीश्वरानंदनिसर्वोत्कर्षणवर्नने किंभूनाः योगीश्वराः विशहमनसोनिर्मउमानसाः 45 आसंसारपिनि हेनान नारकोपिपुमानअस्माकंनयनपदवीनेत्रगोचरंचाययात्रोत्रवर्त्य | श्रोत्रमागनागनः यायसीवस्यांतःकरणकरिणः संयमालामलीलाधनकि भूनीयविषयकार आसंसारधिभुवनाविचिन्वत्तांतातताहफ्नैचास्माकंनयनपदवीधोत्रा ग़तोगा योयंधत्तविषयकरिणीगादगूाभिमानः सोचस्यांनःकरणकरिणः सयमालानलीलाम् 16 गीगाटगूराभिमानः रिपयएचकरिणीहस्मिनीनस्यांगा रगूट भयंतं आरुदो अधिमानोयम्पकिंभूनानामस्माकं आसंसारंयापन इदंविझवनवि-|| वनां संचयनां पईयनांयोजितेंद्रियः सोऽखिलः 46 For Private and Personal Use Only

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