Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher:
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Sh Kailassagarsun Gyanmandie भ रियानेनि अहोभयंकालोऽस्माभिःपरपिंडेलोलुपतयाका रिय पेरिनः परपिंडस्यपरण ||सस्पतीलुपतानयाकथमस्माभिर्षियानाधिगतानपरिनाकिंभूतारिया कलंकरहिताये|| || 2 परहितात्पर्यःचान्यरित्नोपार्जिनंअपिपुनः समाहिनेनमनसानिचलमित्तेनापियोर्मानाजा पियानाधिगताकलंकरहितारिनंचनोपार्जितंशुश्रूषापिसमाहितेनमन मापिबोर्नसंपादिना आलोलायनलोचनायुनियः स्वप्रेपिनालिगिता का लोयपरिपिंडलोलुपतयाकाकरिव परिनः ४०नकयोः प्रश्नपापिनसंपादितान|| रुनाचान्यस्मोपियुचनयोनालिंगनाः किंभूनायुक्नयः आलोलायतलोचना भासमंनाइाचेना लोलानिचपलानिआयतानिरीणिोचनानियासांना तस्याकारणान् सुधैवजन्मगपिनम् || || For Private and Personal Use Only

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