Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 66
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir - याशीरिपगनाः नित्नांनानसमध्येषिषमायोरिषयएयआशीरिषः रशिवपोरगोगनोयेषांने याविषमारिषयाशागिलिना: पाठः किंभूनांराधिशरचंद्रज्योत्स्माधवलगगनाभोगस भगां शरचंद्रम्यज्योत्स्मयाशरत्कालीनचंद्रमसः कात्याधरलेनगगनाभोगेण विस्तारेण स शरचंद्रज्योत्स्माधवलगगनाभोगसुभगांनयंनेयेरात्रिफलतनयाचिनैकशर णाः 57 एनस्मादिरदियार्थगहनादायासकादम्पयान्भेयोमार्गमशेषदुः खशमनन्यापारदर्शक्षणात् भगा मनोज्ञासा शरचंद्रज्योत्स्माधवलिनाम ५७एन स्मादिनि हेचेनः हे आत्मन् अधुनापसीदपसारकरूएतस्मारिट्रियार्थगहनाघिरपकिस्ता रिट्रियार्थगहनात् आयासकादाश्रयात् कस्सिनआश्रयः कदाश्रयः कदाश्रयस्य भावःकादाश्रयन - - - For Private and Personal Use Only

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