Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher:
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandie अनीनि हेचालेलटा ललनाभोगभगः कालो निकांनः भनिचकामः संपूर्णरुनः लटभा: आप्पलावण्यायाललनास्तासांभोगेनसभगोमनोज्ञः लरभललनाभोगसभगइ हास्मिनमर्त्यलोके संसारसरणौसनिरंचमंतः श्रांतास्पइदानी स्वः सिंधोः स्वगंगायास्तद निर्ममनास्वरूपमाह आतिमान कालोलटभललनाभोगसागोनम नानांनाःस्मासचिरमिहसंसारसरणी इदानास्वसिंधोलरक्षरिसमा कंदनगिरसतारैः फूत्कारैः शिवाशिवाशिवातिमतनुमः 22 जारी शिवाशिवाशियतिमननुमः विस्तारयामः कयंभूनापयंसनारैः फूत्कारैः समादनागिरः रे बालेरकासितपसन्मुचनाविलोकयामः 125 5 For Private and Personal Use Only

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