Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher:
View full book text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir श. - कथायस्यय शादेनन्सचंपूर्वोक्तंस्पतिपदमगात्कथाशेषजगामकालाय नमैनमः यतः सर्व ||सीयने परंतुकालोनसीयते 27 चयमिनि येभ्यः समानयोभ्यः समंजानाः खलुनिमि नम्ननिरपरिगनारच मृत्ता एवयैः समंहहालेपिस्मृतिविषयनांगपिनाः स्मृतपियना दिक्तःसचराजपुत्र निवहस्नेवदिनमा कथासंर्ययस्यवशाट्गात स्मृतिपदंकालायनस्मैन मः 17 पुनःकालमुद्दिश्याह वयंरोभ्योजाना चिरपरिगताएवखलुतेसमयः संनदा स्मृनिविषयनांनेपिगमिनाः स्मृनिविषयतानां स्मारिनाः संनभेनोगीचरमायांनीत्यर्थः इदानी एनवयंस्पः सावरोध किंचयःसिकनिलनदीतीरनरूभिः तुल्यावस्थांगनाः सिकतिलावालुकाधिकानदीसिकनि / For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116