Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 32
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandie मानिनौ इनि किंकनककलशौ नान्यन्मुखंश्लेप्पामारंनरपिनशशांकेनतालिनचंद्रमसास मानरुतं जपनंपन्मूत्रक्लिन्ननयापिकरियरस्पईिगजेंद्र शंडारंडेनस्पर्दाकारकं रूप यस्येनि स्वरूपंपरंसुरुरिनायासेनवर्णिनम् 20 अजाननिति अहह इनिरपेदेमोह महिमा स्मपन्मूत्रकिनकरिवरकरस्पनियनमहोनियरूपंकरिजनविशेषैरुक्क तम् 20 अजानन्माहात्म्यपनतुशलमोदीपदहनेसमीनोप्यज्ञानाहिश युतमन्नानापाशनम् गहनो वर्तने यत्तुशलभः पतंगः दीपशिरवायां पनतुश समः किंकुर्वन्माहात्म्यं भजानन्समीनोमत्स्यः अज्ञानान्मौट्यान् बडिश युनं पिशिनेमा ||सं भन्मातु भक्षतु इह अस्मिन्संसारे एनेस्य विजानतोपिकामान सुचामः कथं भूतान For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116