Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 15
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir भ ||निस्कलणनः / वरुधादिखननकियात्रांतस्नाकियालयस्विच्छानिवत्तयेतृष्णामेवा || र्थयानि उत्स्यानपिनि गृहनिधिस्लिपतिनयोनिशंकयासिनेमन पर्यन सुरवातंरपाननं। ||गिरिधानोहरितालादयोऽसाताः अनेकौषधि योगेनाग्नौनापिनाः सरिनांपनि: समुद्रोपिपार मंत्राराधननन्यरेणमनसानीनाःश्मशानोनिशापातःकाणवराटकोपि नमया तृणधुनामुंचमाम् 4 नोरत्नादिलाभेच्छयांतःपयेशनोचानिस्तार्ण मी मालधिनः नृपनयोराजानोप्यनेकयत्नरुपायैस्लोषिनाः नुष्पिापित्ताः मंत्रारायनेवशीकरणे नत्परेपासंलानेनमनसाश्मशानेशवसमीपेनिशाः नीनाः अनिकांनाःएनासुफियास वराट / 2 कोपिनसमाप्तोलयो : नोमांहेतृष्णे :खुनैवशाग्रं मुंचयजोनिमार्थना 4 For Private and Personal Use Only

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