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स्वतन्त्रता की सीमा
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धर्म स्वतंत्र बनाने के लिए
जब व्यक्ति की चेतना जाग जाती है, तब वह महात्मा या परमात्मा के सम्पर्क में चला जाता है, वहां छन्द निरोध की बात समाप्त हो जाती है। धर्म का मतलब ही है स्वतंत्रता। अगर धर्म है और परतन्त्रता है तो फिर वह धर्म ही नहीं है। धर्म में पूरी स्वतंत्रता है। एक व्यक्ति क्रोध भी करे और धार्मिक भी बन जाए, यह एक विरोधाभास है। वस्तुतः क्रोध में व्यक्ति धर्म को भूल जाता है। क्रोध से प्रभावित चेतना स्वतंत्र नहीं होती। अगर थोड़ा गहराई में उतर कर देखें तो ज्ञात होगा-धर्म के सारे नियम स्वतंत्रता के नियम हैं। कोई परतंत्र बनाने वाला है ही नहीं। परतन्त्रता की ओर जो प्रस्थान होता है. धर्म उसे रोकता है स्वतंत्र बनाने के लिए। राजा और बालक
राजा जा रहा था। रास्ते में देखा-एक बालक मिट्टी से खेल रहा है। बालक को देखकर राजा चकरा गया। कैसा सौम्य! कितना सुन्दर! चेहरे पर शांति झलक रही है! वह स्तब्ध रह गया। घोड़े से नीचे उतरा। बालक के पास गया और बोला-'ओ बच्चे! तुम मिट्टी से खेल रहे हो।'
___ बालक ने सहजता से उत्तर दिया- 'यह मिट्टी का पुतला मिट्टी से ही खेलेगा और किससे खेलेगा?' ।
राजा यह सुनकर दंग रह गया। उसने सोचा-क्या यह एक बालक का उत्तर हो सकता है?
___ कोई-कोई बालक ऐसा होता है, जिसके बारे में कल्पना करना भी कठिन हो जाता है, बड़े लोग भी उसके सामने झुक जाते हैं। राजा भी उसके सामने झुक गया।
राजा बोला-'बच्चे! तुम बड़े अच्छे लगते हो। मेरे साथ महल में चलो।' राजा को गौर से देखकर बालक बोला-'तुम कौन हो?' 'मैं राजा हूं।' 'अच्छा! राजा हो और महल में ले जाना चाहते हो?' 'हां।'
'मैं महल में जा सकता हूं पर मेरी दो शर्ते हैं। पहली शर्त है-तुम निरंतर मेरे साथ रहो तो मैं महल में जा सकता हूं। दूसरी शर्त है-मैं सोऊं और तुम जागते रहो तो मैं तुम्हारे साथ जा सकता हूं।'
'यह मेरे लिए संभव नहीं है कि मैं निरन्तर तुम्हारे साथ रहूं, तुम सोओ और मैं जागता रहूं।'
इस स्थिति में मेरे लिए भी जाना सम्भव नहीं है। मेरा प्रभु निरन्तर मेरे साथ रहता है। जब मैं सोता हूं, मेरा प्रभु जागता रहता है। उसको छोड़कर मैं तुम्हारे साथ जाने जैसी मूर्खता नहीं करूंगा।'
राजा हक्का-बक्का रह गया। वह बोल ही नहीं सका।
जो व्यक्ति निरन्तर अपने प्रभु को साथ रखता है, उसका छन्द बिलकुल स्वतंत्र होता है। उसे कोई बाध्य नहीं कर सकता, परतन्त्र नहीं बना सकता और Jain Education International For Private & Personal Use Only
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