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गाथा ३४३ ]
क्षपणासार
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न० १ का निषेक गल जानेसे उपरितन स्थिति का ___ नं० ६ का निषेक गुणश्रोणि मे आ गया।
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१
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नं. १ का निपेक गल जानेपर ८ निपेककी गुणश्रोणि अवस्थित गुरगश्रेणि
उपरितन स्थिति
गलितावशेष गुणश्रेणि
अवास्थत गुणधोग
६ निषेकोंकी गलितावशेप गुणश्रेणि
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उपरितन स्थिति
raple purna