Book Title: Jain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Author(s): Jagdishchadnra Jain
Publisher: Chaukhambha Vidyabhavan

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Page 566
________________ ज्ञातृधर्मकथा (नायाधम्म कहा ) • भगवान् महावीर की धर्म कथाओ, बेचरदास, अहमदाबाद, १६३१ तन्दुलवैचारिक (तन्दुलवेयालिय ) टीका, विजयविमल, देवचन्द्र लालभाई दशवैकालिक ( दसवेयालिय ) - आधारभूत ग्रन्थ -- दशाश्रुतस्कंध ( दसस्सुयखंध ), लाहौर, १६३६ चूर्णी, भावनगर, सं० २०११ नन्दि, देववाचक क्षमाश्रमण -- चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६२८ - टीका, हरिभद्र, रतलाम, १६२८ - टीका, मलयगिरि, बम्बई, १६२४ निरयावलया ( कप्पिया ) - नियुक्ति, भद्रबाहु 'चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६३३; अगस्त्यसिंह, प्राकृत टैक्स्ट सोसायटी टीका, हरिभद्र, बम्बई, १६१८ सम्पादन, डब्ल्यू, शूब्रिंग, अहमदाबाद, १९३२ -- - - टीका, चन्द्रसूरि, अहमदाबाद, १६३८ सम्पादन, गोपाणी एण्ड चौक्सी, अहमदाबाद, १६३४ निसीह ( निशीथ ) भाष्य चूर्णी, जिनदासगणि; उपाध्याय कवि अमरमुनि और मुनि कन्हैयालाल, सम्मतिज्ञानपीठ, आगरा, १६५७ - १६६० प्रकीर्णक (दस) : चतुःशरण ( चउसरण ), आतुरप्रत्याख्यान ( आउर पच्चक्खाण ), महाप्रत्याख्यान ( महापश्ञ्चक्खाण ), भक्तपरिज्ञा (भत्तपइण्णा), तन्दुलवैचारिक ( तंदुल वेयालिय), संस्तार ( संथार ), गच्छाचार ( गच्छायार ), गणिविद्या ( गणिविज्जा), देवेन्द्रस्तव ( देविंदत्थव ), मरणसमाधि ( मरणसमाहि ), बम्बई, १६२७ पिंड नियुक्ति (पिंडनिज्जुत्ति ) ५४५ भाध्य - टीका, मलयगिरि, सूरत, १६१८ प्रज्ञापना (पण्णवणा ) - • टीका, मलयगिरि, बम्बई, १९१८ - १६ ३५ जै० भा०

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