Book Title: Jain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Author(s): Jagdishchadnra Jain
Publisher: Chaukhambha Vidyabhavan

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Page 626
________________ बलय (बुंगे ) १२२ चलय १३६ वल्कलचीरी ४१२, ४१२ नोट, ४२८ चल्लि १३६ वशीकरण ३४४ वसंतसेना २७७ नोट वसति ( निवासस्थान ) २८०, २९८, शब्दानुक्रमणिका ५०१, ५०२ वसुदेव के पुत्र ५०१ वसुदेवचरित २९९ वसुदेवहिण्डी ४६९, ४७२ वसुमती (चंदनबाला) २५, १०४, ४६४, ५१६ वसूला ( बसोला ) १०७, १४५ (विद्या) ३४६ ३८० वसन्तपुर १७४, १७५ वसिष्ठधर्मसूत्र ४१५ वसिष्ठाश्रम ४७८ वसु ( आचार्य ) १९ वसुदेव (अंधकवृष्णि का पुत्र) ९३ नोट, वाद-विवादजन्य संकट ४०७-८ aa (चार प्रकार के ) २०५ वस्त्र ( पाँच प्रकार के ) १२६ नोट, २०९ वस्त्र ( विविध प्रकार के ) २०८-९ वस्त्र (कीटज - पाँच प्रकार के) २०७ नोट, वस्त्र ( बहुमूल्य ) २०६-८, २०६ नोट, २०७ नोट २०८ नोट वस्त्र का विनिमय १७६ वस्त्रसम्बन्धी शकुन ३५८ वस्त्रों की अनुज्ञा (बुद्ध ) २१२ नोट त्रों की प्राचीन सूची २०६, २०६ नोट वस्त्रों के प्रकार २०५-९ कार ( कुविंद) १४० चत्रकार ( तिक्क) १४० वहट्ठाण (जहाज) २८३ चहनकाष्ठ ३७३ लिग (बहिल ) १८०, १८१ वाभक्खी ४१५ वाक्युद्ध १०५ वागुरिक ( जाल लगाकर शिकार पकड़ने वाले) १३८ वाग्देवी ( की प्रतिमा ) २९३ वाग्भट ३०३ वाजसनेयी संहिता २७२ वाणिज्य कुल ३७ वाणियग्राम ( वाणिज्यग्राम ) १२, ८३, ११६, १२१, १६४, १६८, १८१, १९०, २२९, २७६, ४४६, ४७५ वात्स्यायन ५४, २७२, २७३, ३०३, ४६० वाद-पुरुष २९९ ६०५ वाद्य ३२१-२२ वाद्यों के प्रकार ३२१-२२, ३२२ नोट वानप्रस्थ तापस ४१३ - ४१५, ४२७ वनमंतर और गुह्यक ४४४-४५ वानमंतरी ४४५ वामा ६ वायस पंडिका ३९९ वायु ( सोलह प्रकार की ) १८४ नोट वायु का उपशमन ३१३-१४ वायुभूति १७ वरण ( गण ) ४७८ वारत्तक (य) ३२९, ४२८ वारन ४७८ वाराणसी ६, ८७, ११३ नोट, २५७, २८०, २९१, ३१९, ४३९, ४६८ (चार) वाराही संहिता २७ नोट वारिखल (परिव्राजक ) ४२७ वारिभद्रक ४२७ वारिवृषभ (जहाज) १७४, १८५ वार्तानिवेदक ६३, ३८० वासगृह ३३४ सत्ता ( छाते ) १५० वासवदत्ता ९९, २६२, ३२०, ३३०, ५१८ वासी ( बसोला ) १०७

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