Book Title: Jain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Author(s): Jagdishchadnra Jain
Publisher: Chaukhambha Vidyabhavan
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जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज
राजहंस १३८
राष्ट्रमहत्तर ६२ राजा (सर्वगुणसंपन्न)४२
रासपेक्खण (रास)३२७ राजा (पट्टबद्ध) ४३
रासायनिक रंग १२६ राजा (मुकुटबद्ध) ४३, ४५
राहस्यिकी परिषद् ६० राजा (शक्की)८५
राहुल ३८६ नोट राजा (सापेक्ष) ४४
रिचार्ड पिशल ३०४ राजा (निरपेक्ष) ४४
रीति-रिवाज ३३९-७५ राजा और राजपद ४१-४३
रुक्खमूलिअ ४१५ राजा और राजपुत्रों के संबंध ४६-४७ रुक्मि २५८, २६२, २६३, राजा का अन्तःपुर ५१-५३
रुक्मिण (? रुक्मी)९२ नोट राजा का एकच्छत्र राज्य ८४-८८ रुक्मिणी ९२, ९२ नोट, २४८, २६३, राजा की आज्ञा का उल्लंघन ८४-८८ ५०३, ५०५ राजा के कर्मचारी ६२-३, ६३ नोट, १५५ | रुक्मी ५०५ राजा के धावनक ९३ नोट
रुग्णसह (रोदन) ३७० राजा के प्रधान पुरुष (पांच) ५९-६३
रुद्धदास १५९ राजाओं की ऐतिहासिकता ४९१
रुद्र १८४, ४२३ राजीमती (राजुल) ५, २५१, २५७,
रुद्रमह ४३३ ३८३, ३८७ नोट, ४०६, ४७३, ४९५,
रुद्र की प्रतिमा ४३२, ४३३ ५०१, ५०१ नोट
रुद्राक्ष ४१८, ४१९ राज्याभिषेक समारोह ४९-५०, ९१, ९५ | रुद्रायतन ४३३ राज्योपद्रव ४०१
रुद्रायन (उद्रायण ) ५१४ नोट राढ़ (लाढ) ११, ४८५-१६
रुप्पी (राजा)३६२ रात्रिभोजन ९,४०८, ४०८ नोट रूपक १८८ रात्रिभोजनत्याग ३९४ नोट
रूपकर्म (स्थापत्य विद्या) ४, ४९३ रानियों को अवांछनीय संपर्क से मुक्त रूपदक्ष (न्यायाधीश)६४ रखना ५८ नोट
रूपयक्ष ( न्यायाधीश)६४ राम ४९९
रूप्यक १८९ राम ९२ नोट, २६१
रेगिस्तान १७९, ४८२ राम (बलदेव)५००
रेणुका ४९९ रामगुत्त ४२८
रेवती (श्राविका) १५, २५ रामचन्द्र ४६९, ४८३
रेवती (महाशतक की पत्नी) ५७, रामायण २९४, २९४ नोट, ४४५, ४६३,
२०१, २५७ ४६९, ४७४, ४७५, ४८०, ४९५ नोट | रेवती १५, ( में ढियग्रामवासी), २०४ रामिल्ल २१, ४८२
| रेशम १२६ रायवरसासण (पासपोर्ट) १८५ रेशमी वस्त्र १७६, २५६ रावण ९२ नोट, (प्रतिवासुदेव) ५०० रेशमी सूत १२६ राशि ( अनाज का ढेर) १२२ | रैवतक (उज्जयंत=गिरनार) ५,४७२, ४९५ राष्ट्रपाल (नाटक)३२७, ३८८ नोट रैवतक (उद्यान ) २६४

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