Book Title: Jain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Author(s): Jagdishchadnra Jain
Publisher: Chaukhambha Vidyabhavan

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Page 600
________________ शब्दानुक्रमणिका दंडक (दण्डक आरण्य ) १३५ | दगवीणिय (पुल) ३३६ दंडकी (दण्डकी राजा) ४०७ दगसत्तम ४२५ दंडधर (दण्डधर)५५ दगसोयरिय (दकसौकरिक) ४२६, ४२७ दंडनायक ( दण्डनायक) ५०, ६२, ७७, दत्तक (दत्तवैशिक) २७५ ७८, ८६ दद्दर (जीना) १४८ दंडनीति ( दण्डनीति) ४, ४२, ६४, दधिवाहन २४, २५, १०४, १५९, ३८५, २९४ नोट ४६४, ४९१, ५१३, ५१५ दंडनीति ( दण्डनीति) का ग्रन्थ ४२ दन्तपुर १७४, ४६६.५१५ नोट दन्तिक्क (मोदक) १८० दंडपुच्छणी (दण्डपुच्छणी) (लंबी झाडू) | दम्भ ७० नोट ३३७ | दमग (हाथियों को वश में करने वाले) दंडयुद्ध (दण्डयुद्ध) १०५ १०० दंडरत्न ( दण्डरत्न) ४३६, ४९८ दमघोष ५०५, ५०६ दंडविधान (दण्डविधान ) ८१-८४ | दमदन्त २५८, ५०५ दंडव्यवस्था ( दण्डव्यवस्था) ४२, ६४ | दमिल (तमिल द्रविड़) १६१, १७५, नोट, ६५ ४८७ दंडारक्षिक ( दण्डारक्षिक) ५५ दर्दर (पर्वत) १५३ दंतकार २२२ दर्भविषया (विद्या)३४६ दंतखात (सरोवर ) ४६८ दर्वी (चम्मच) ४१२ दंतुक्खलिय ४१३ दर्शनविशुद्धि ४५७ दइय (दृति-मशक) १८३ दवगारी ( हंसाने वाली) २५६ दकबस्ति (पानी की मशक) ७३, ७६ | | दविय (चरागाह) १३१ दक्खिणकूलग ४१३ दशपुर (मंदसौर) १९, २३, १२४, २९२ दक्षिण देशवासी ४६० ४७९ दक्षिणवासियों की भाषा १७४ ।। | दशरथ (अशोक का प्रपौत्र) १६ दक्षिण मथुरा (पांडुमथुरा-मदुरा) ८६, | दशवकालिकसूत्र ३४, ४६४ १७३ दशवैकालिकचूर्णी १०१, २४८, ३४४ दक्षिणापथ १२७, १७४, १७६, १८८, दशार (दशाह ) ४७२, ५०१, ५०१ नोट १८९, २६५, ४४७ नोट, ४८०, ४८७ | दशार्ण २२ नोट, ४७८, ४७९, ४९१ दक्षिणापथ में लुहार और कलाल १५६ दशार्णकूट (पर्वत) ४७९ नोट दशार्णपुर (राजधानी) २२, ४७९ दगएक्कारस ४२५ दशार्णभद्र (राजा) ४७९, ४९१ दगण (यान) १८२ दशाह (दशार) ४७२, ५०१ . दगतइय ४२५ दशाश्रुतस्कंधचूर्णी ४२० दगपरिगाल (पुल) ३३६ -दही के मटके १३३ दगविइय ४२५ . दहेज की प्रथा २५७ दगमट्टिय (उदकमृत्तिका) २९६ | दाइयाँ (पाँच) १६२, १६२ नोट, २५६ दगवाह (पुल) ३३६ दाक्षिणात्यों का मजाक २६५ नोट

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