Book Title: Jain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Author(s): Jagdishchadnra Jain
Publisher: Chaukhambha Vidyabhavan
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शब्दानुक्रमणिका
५७७
। तञ्चन्निक (बौद्ध साधु) ३५४, ४०८, डउयर (जलोदर)३१५
४१२ डगण (यानविशेष )३६०
तञ्चन्निका ४८२ डगल (गन्ने के टुकड़े) १२५ तटिक ( कार्याटिक)३६५ डगल (ढेले)३९२
तणहारक घसियारे) १३७ डाकिनी ४४५
तद्भव (व्रण)३१५ डाम के पुतले ३५६
तन्तुवाय (बुनकर) १४०, २२२ डायाल ( प्रासादभूमि )३३१ नोट तन्तुवायशाला १४१ डालग (गोल टुकड़े) १२९
तप ७, ७ नोट डिडिम ३६०
तपोदा (महातपोपतीरप्रभ) ४६२ डिंडिमबंध ३८५
तपोलब्धि ३४४ डिंभरेलक १२०
तरंगलोला २६१ डोंगर (डूंगर ) ३७०
तरंगवती २६१ डोंबों का यक्ष ४४३
तरेसठशलाका पुरुष ४९२-५०६ डोम्बी ३५१
तलवर ६२ डोय १४८
तस्कर ७२
तस्करमार्ग (चौरकर्म)७० ढोंढसिवा ४३५, ४३५ नोट
तांबूल १२६ ताड़ के फल ४६७
तापनगेह ४६ नोट, ५१० नोट णंतिक्क ( वस्त्रकार) १४०
तापस १६, ३६४, ४१२-१५ जरवाहिणय (पालकी उठाने वाला) २२२
तापस-आश्रम ४१२ णागदंत ३३२
तापसी ३६५ जिग्गंथ (समण) ३८१-४११ तामलित्तिया ४६५ णिजाण १२८
तामली (मौर्यपुत्र) ४२३ णिज्जूह ( खूटी) ३३४
ताम्रलिप्ति (तामलुक) १७३, ४२३, ४६५ णिण्हवण ३४४
तारक ( राक्षस) ४३२ गिद्धमण ( यक्ष) ४४३
तारा ९२, ९२ नोट, २४८, २६१, ४९९ जिम्म ( उत्तरण)३३१, ३३३ तालजंघ (पिशाच) ४४९ आहारु (स्नायु)३१८
तालपुट (विष) ४६, ३७५, ५११
तालवृन्त (विद्या)३४६ तंतुग्रीव २१४ नोट
तालोदक (तालाब) ४६७ तंतुवाय (तन्तुवाय)
तालोद्घाटिनी (विद्या)७४, ७६, ३४६ तंतुशाला १३
तावस (तापस- वणवासी) ३८१, तंत्रप्रतमा ३४० तंदुल (पंचरंगी) ३६२
तित्थोगालि १२८ तक्षशिला ४६२, ४६८, ४७१, ४९७. तिंदुग (उद्यान ) ४३९ तगरा (तेरा)४८९
तिथि, करण और नक्षत्र ३५५

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