Book Title: Dashashrut Skandh Granth
Author(s): Kulchandrasuri, Abhaychandravijay
Publisher: Jain Shwetambar Murtipujak Sangh

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Page 14
________________ श्रीदशाश्रुतस्कंधे-प्रस्तावना आचरे पण जेनी छुट आपेल छे तेनो उत्तरोत्तर त्याग करे. आ पडिमा जघन्यथी एक दिवसनी अने उत्कृष्टथी अगियार महिनानी जाणवी. पछी चारित्र ग्रहण करे तो उत्तरोत्तर गुणनी वृद्धि थाय. इति छट्ठी दसा श्रावक पडिमाना वर्णन पछी सातमी दशामां भिक्खुपडिमानुं वर्णन करे छे. भिक्खुपडिमाना त्रण निक्षेपा उपासक पडिमामां कहेवाई गया. हवे भाव निक्षेपाने जणावतां भाव पडिमा पांच प्रकारनी छे. समाधिपडिमा, उपधान पडिमा, तेमां विवेक पडिमा, पडिलीण पडिमा, एकल्लविहार पडिमा. समाधिपडिमा, बे प्रकारे छे- (१) श्रृतसमाधि पडिमा, (२) चरितसमाधि पडिमा. दर्शन पडिमा अंतर्गत करवामां आवी छे. श्रुत पडिमा छासठ जणावी छे. तेमां बेंतालीस श्री आचारांग सूत्रमा छे. सोल श्री ठाणांग सूत्रमा छे. चार व्यवहार सूत्रमा छे. बे मोक पडिमा छे. बे चंद्र पडिमा छे. मोक पडिमा बे प्रकारे: क्षुल्लिका अने महल्लिका. चंद्रपडिमा जव मध्या वईरमध्या. एम कुल छासठ श्रुतपडिमा छे. चारित्रसमाधि पडिमाओ पांच कही छे. सामायिक, छेदोपस्थापनीय, परिहारविशुद्धि, सूक्ष्मसंपराय अने यथाख्यात चारित्र समाधि. उपधान पडिमा बे प्रकारे छे. श्रमणोपासक-पडिमा, अने भिक्खु-पडिमा. ए प्रमाणे पूर्वे श्रावक पडिमानुं वर्णन कर्यु . चालु दसामा भिक्खु पडिमानुं वर्णन करवामां आव्युं छे. विवेक पडिमा बे प्रकारे छे. अभ्यन्तर अने बाह्य . अभ्यंतर पडिमा क्रोध-मानमाया अने लोभ कर्म संसारने उपशमाववा. बाह्य पडिमा गण-शरीर-भातपाणी, अनेषणीय विगेरेनो त्याग करवो. पडिसंलीण पडिमा एक ज छे. समासथी बे प्रकारे छे. इन्द्रिय पडिसंलीण पडिमा, नोइन्द्रिय-पडिसंलीण पडिमा इन्द्रियपडिसलीण पडिमा पांच प्रकारे छे. श्रोत्रेन्द्रिय-विषय प्रचारनो त्याग करवो, अथवा श्रोत्रेन्द्रियना विषयमां रागद्वेषनो निग्रह करवो. तेमज रसनादिमां पण जाणी लेवं. नोइन्द्रियपडिसंलीणता त्रण प्रकारे छे. योगपडिसंलीनता, कषायपडिसंलीनता, विचित्रशय्यासनसेवणता. जेम प्रज्ञप्तिमां का ते प्रमाणे जाणी ले. अथवा बे प्रकारे बाह्य अने अभ्यंतर. एकलविहारी एक प्रकारे छे. ते आचार्यना आठ गुणे करीने युक्त जाणवी. आठ गुणो ते आठ संपदाओए युक्त होय. वळी आचार्य विद्यादि गुणोने विषे अतिशयवाळा होय. उक्तं च मुनि addddddddddddddddal XII sadudduddaddddddedias

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