Book Title: Bhasha Bhaskar Arthat Hindi Bhasha ka Vyakaran
Author(s): Ethrington Padri
Publisher: Ethrington Padri

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Page 60
________________ माषाभास्कर v तुम होते है। वे होते हैं २ सामान्य वर्तमान काल। कता-पुल्लिङ्ग में होता हूं हम होते हैं तू होता है वह होता हे कला-स्त्रीलिङ्ग में होती हूं हम होती है तू होती है तुम होती हो वह होती है वे होती है ३ अपूर्णभूत काल । ___ कना-पुल्लिङ्ग में होता था हम होते थे तू होता था तुम होते थे वह होता था वे होते थे . कता-स्त्रीलिङ्ग में होती थी हम होती थीं • तू होती थी तुम होती थीं वह होती थी वे होती थीं २२० जिन कालों की क्रिया धातु से निकलती हैं उन्हें लिखते हैं: १ विधि क्रिया। की-पुल्लिङ्ग वा स्त्रीलिङ्ग में होऊ हम होवें तुम होओ वह होवे धे होवें आदरपूर्वक विधि। परोक्ष विधि । इलिये इषियो Scanned by CamScanner

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