________________ सूचोपत्र / वयिक प्राधार 310 | समानता सूचक सा 183. वेसा 183. समास 328-365. समुच्चायक अव्यय 350. व्यंजन 13-16,21-36. सम्प्रदान कारक 114-4,300-304.. व्यंजन के वर्ग 21. सम्वन्धकारक 114-6,306-315. व्यंजन संधि 66-05. सम्बन्धवाचक सर्वनाम 106-181. व्यक्तिवाचक संज्ञा 63. सम्बन्धमूचक अव्यय 344, 345. व्य करण का अर्थ 3. सम्बोधन कारक 114-8.. सर्वनाम संज्ञा 66, 153-184. शक्तबोधक क्रिया 255. साधारण रूप क्रिया का 180. शब्द के प्रकार 83. सानुना सक वर्ण 24, 25, 51. शब्दसाधन 7, 82. सामान्य भविष्यत काल 166, 202, 204. संख्या के विषय 111, 112. सामान्य भूतकाल 16, 201. संख्यावाचक विशेषण 151,33, 380. सामान्य वर्तमान काल 168, 2063 संज्ञा 84. सो 181. संज्ञा के प्रकार 85, 61. स्त्रीलिङ्ग प्रत्यय 105--110. संज्ञा के रूपकरण 118-146. स्थानवाचक अव्यय 338. दिग्ध भविष्यत का न 166. स्वर का अर्थ 12. संदिग्ध भतकान 160, 202-3,811. स्वर संधि 58-65. संदिग्ध वर्तमानकाल 168, 208. संधि 52-5. हलका अर्थ 14. संभाव्य भविष्ट तकाल 202. ह.रा प्रत्यय 260. संयुक 'क्रया 250-264. | हेतु 293,264,36. संयुक्त व्यंजन 20-36. हेतुहेतुमद्भत काल 167-6. सकना क्रिया 246, 255. होना क्रिया 205, 233, 246 पक क क्रिया 186, 368, 366. | होना क्रिया के रूप 216-220. देवगुप्तसूरी ज्ञानमंडार. पाली. (राजस्थान) Scanned by CamScanner