Book Title: Bhasha Bhaskar Arthat Hindi Bhasha ka Vyakaran
Author(s): Ethrington Padri
Publisher: Ethrington Padri

View full book text
Previous | Next

Page 123
________________ सूचीपत्र । क च त करना क्रिया २३६-२३८. | चाहना २५६,२६०. कती कारक ११४-१,२८१-२८६,३६२. कत्तेप्रधान क्रिया १६१,३५८३६०,३६१./ जातिवाचक संज्ञा १२. कत्तृवाचक संज्ञा २६०,६६,३२३,३८६.| जाना किया २३२,२३६,२४६२१ कर्म कारक ११४-२,२८०-२६१,३८४. जितना १८३. कर्मधारय समास ३३०. जेसा १८३. कर्मप्रधान क्रिया १६१,२३२,३६२. जो सर्वनाम १०६,१८०. कर्मवाचक संज्ञा २६६,२००,३८६. कारक ११३,११४,२८०-३१६. तत्पुरुष समास ३३१. कारक की विभक्तियां ११५. तद्धत ३२०-३२०. कारण २९३,२६४. तितना १८३.. कालबोधक अव्यय ३३८. तेसा १८३. कितना १८३. कुछ शब्द १६६. देखना क्रिया के रूप २२९-२३१. कृदन्त २६५-२०६. देना क्रिया २३६,२२६ केसा १८३. द्वन्द्व समास ३३४. कोई १६८, १६६. द्वारा २६३,२६४. कोन १७६-१०८. द्विगु समास ३३३. क्या १७०,१०८. क्रिया का साधारण रूप १८०. धातु १८६,१८८,२०१. क्रिया के विषय में ८५,१८५-२६४,३५४. क्रियार्थक संज्ञा १८०. नित्यताबधिक क्रिया २५८. क्रियावाचक संज्ञा २६५. निरनुन सक वर्ण २३. क्रियाविशेषण ३३८-३४३. निश्चयवाचक सर्वनास १५६-१६१. क्रियाद्योतक संज्ञा २६६,२०६३८६. ने ३६६. ग गुणवाचक ६४, १४०-१५२,३२०,३४२, | पद ३२८. २७६-३८६. पद याजन का क्रम ३६०-३६०. Scanned by CamScanner

Loading...

Page Navigation
1 ... 121 122 123 124 125