Book Title: Bhasha Bhaskar Arthat Hindi Bhasha ka Vyakaran
Author(s): Ethrington Padri
Publisher: Ethrington Padri

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Page 69
________________ भाषाभास्कर ४ पर्वकालिक क्रिया। पाके पाकर वा पाकरके ॥ ____ २२६ अब उन सकर्मक क्रियाओं का उदाहरण देखना क्रिया के समस्त रूपों में लिखते हैं जिनका धातु व्यंजनान्त होता है ॥ देखना क्रिया के मुख्य भाग । धातु देख हेतुहेतुमद्भत देखता सामान्यभूत देखा २३० सामान्यभत और जिन कालों की क्रिया उस से निकलती है उन्हें लिखते हैं। १ सामान्यभूत काल । कर्म-पुल्लिङ्ग और एकवचन। कर्म-पुल्लिङ्ग और बहुवचन । मैंने वा हमने देखा मैंने वा हमने देखे तूने " तुमने देखा तूने " तुमने देखे उसने” उन्हों ने देखा उसने” उन्हें। ने देखे कर्म-स्त्रीलिङ्ग और एकवचन। कर्म-स्त्रीलिङ्ग और बहुवचन । मैंने वा हमने देखी मैंने वा हमने देखीं तूने " तुमने देखी तूने " तुमने देखों उसने” उन्हों ने देखो उसने" उन्हों ने देखी २ आसनभूत काल । कर्म-पुल्लिङ्ग और एकवचन । कर्म-पुल्लिङ्ग और बहुवचन । मैंने वा हमने देखा है मैंने वा हमने देखे हैं तूने " तुमने देखे हैं उसने" उन्हों ने देखा है उसने” उन्हों ने देखे हैं कर्म-स्त्रीलिङ्ग और एकवचन । कर्म-स्त्रीलिङ्ग और बहुवचन । मैंने वा हमने देखी है मैंने वा हमने देखी हैं तूने "तुमने देखी है तूने "तुमने देखी है उसने" उन्हों ने देखी है उसने" उन्हों ने देखी है बन, तुमने देखा है . Scanned by CamScanner

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