Book Title: Badmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Author(s): Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publisher: Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth

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Page 45
________________ 26 ] बाड़मेर-जिले के प्राचीन जैन शिलालेख श्रोपालोनगरे वीर सं 2511 पोष वदो 6 दिन श्रीनवलखा पार्श्वनाथ जैन मंदिर द्रव्येन हः शेठ नवलचन्द सुप्रतचन्द जैन पेढी पाली कारितं प्रा. कैलाससागरसूरीश्वरैः प्रतिष्ठितं / / (102) 2. श्रीपार्श्वनाथजी संगमरमर प्रतिमाश्रीम. श्रीजिनराजसुरि गुणचन्द्रः शान्ति / / (103) 3. श्रीसुमतिनाथजी संगमरमर प्रतिमा // संवत 1677 वर्षे श्रावण 2 दिने मेड़तानगर सा. रत्न भार्या रखणादे पुत्र सा ......भार्या लालनदे नाम्न श्रीसुमतिनाबिंब कारित प्रतिष्ठितं जुग. प. भट्टारक श्रीम. श्रीजिनराजसूरीश्वरसहित / / दादावाड़ी जैन श्वेताम्बर - (104) 4. श्रीपादुकाजी लेख: ॥सवत 1941 वर्षे शाके 1806 प्रवर्तमाने जेष्ठमासे शुक्लपक्षेः पंचम तियौ 5 गुरुवासरे दादाजो श्रोजिनदत्तसूरिः जिनकुशलसूरिश्वर चरण प्रतिष्ठित ... ...मुता धरमज श्रीसंघ उपदेशतः श्रीरस्तु। कल्याणमस्तु / / श्रीपायचन्दगच्छ जिनालय (105) 5. पंच धातु प्रतिमा : // 1532 वर्षे वैसाख सुदि 3 श्रीजिनम सुराणगोत्रे सा. जयता पुत्रहेमा भ्रात-हाँसलाहस्त श्राअजितनाथ बि. प्र. श्रीधम्मघोषगच्छे श्रीपद्माणादसूरिभिः / श्रीरस्तु / / (106) 6. पच धातु प्रतिमा: // स 1525 वर्षे मागसिर सुदि 10 शुक्रवारे पवित्र श्रीबाफरणा गोत्रे सा. जयतासताने सा. सोनपाल पनि सोनलदे पुत्रो सा. सीधरेण भ्रातृसमुदाययुतेनमू श्रेयसे श्रीकुथनाथबिंब का. प्र. श्रीवहदगछीय श्रीमरुप्रभमूरिपट्टे श्रीराजरत्नेसूरिभिः / / श्रीरस्तु /

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