Book Title: Badmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Author(s): Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publisher: Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth

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Page 122
________________ बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख - शांतिनाथ मन्दिर महावीर देहरी (460) 1. पार्श्वनाथ:संवत 1513 वर्षे ............. (461) 2. आदिनाथ: संवत 1518 वर्षे माघ सुदि 10 गुरो....... प्रतिष्ठितं श्रीमेकप्रभसुरिभिः (462) 3. महावीरः - सं. 2016 माघ सु. 14 गुरुपुष्ययोगे श्रीमहावीरबिंब मेवानगरे श्रीसंघेन कारित प्रतिष्ठित जगदगुरुदेव श्रीमदविजयहोरसूरीश्वर सन्तानीय हितान्तेवासी प्राचार्यदेव विजयहिमाचलसूरिभिः / ले. भव्यानन्दविजयः / श्रीनेमिनाथजी को टूक (463) 1. नेमिनाथ पादुका:-- ॥ॐ ह्रीं श्रीं श्रीजीनेश्वरजी नेमीश्वर भगवान री चरणपादुका मु / / सीरदारमल पारसमल वा. जोधपुर वाला टाटीयागोत्रे खरतरगच्छे वाला थापीतं बीरमपुर नगर मध्येः संवत 1988 रा साके 1862 रा मासोत्तममासे पासोजमासे सुक्लपक्षे द्वादशी रविवारे / (464) 2. शांतिनाथ-पादुका:-- वि सं. 2026 माघ सु. 13 गुरो पुष्ये इयं श्रीशान्तिनाथचरणपादुका नाकोड़ातीर्थे श्रीसंघेन का. प्रतिष्ठापितां च प्रति. तपागच्छेशजगद्गुरु श्रीमद्विजयहीरसूरीश्वर सन्तानीय हितान्तेवासी विजय श्रीहिमाचलसूरिभिः श्रीरस्तु लि. पन्यास श्रीविद्यानन्द विजय / (465) 3. पार्श्वनाथ-पादुकाः-- वि.सं. 2026 माघ सु. 13 गुरो पुष्ये इदं श्रीपार्श्वनाथचरंण-पादुका नाकोड़ातीर्थे श्रीसंघेन कारिता प्रतिष्ठापिता च प्रतिः तपागच्छेश जंगदगुरु

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