Book Title: Badmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Author(s): Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publisher: Jain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
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________________ 32 ] बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख सं. 66 माघ सुदि 10 शुक्र श्रीशीतलनाथजिन की प्रतिष्ठा की शुभम श्रीपारलूनगरे। (132) 2. श्रीमूलनायकजी श्रीशीतलनाथजी:-- स. 2027 माघ सु. 10 शुक्र पारल जैनसंघेन श्रीशीतलनाथबिंब का. मुथा सूरजमल भलेचन्द सरेमल नेमिचन्द माणकचन्द्रेण का. प्रतिष्ठायां प्र. पं. श्रीकल्याण विजय श्रीसौभाग्यविजयादिगणिना प्रतिष्ठा मित्र-परिवारेण श्रीबालवाड़ा स्थाने / 3. श्रीसंभवनाथजो की प्रतिमाएं श्रीमूलनायकजी के दोनों ओर:-- सं. 2027 माघ सु. 10 शुक्र पारल-जनसंघेन श्रीसंभवनाथबिंब का. मुथा भलेचन्द सिरेमल पुत्र पौत्र का. प्रतिष्ठायां प्र पू. श्रीकल्याण. विजय श्रीसौभाग्यविजययादि गणिनां-मित्र-परिवार श्रीबालवाड़ा स्थाने / (134) 4. श्रीदादाजी जिनकुशलसूरिजी :-- . वि. सं. 2031 माघ शुक्लपक्षे 10 तिथौ शुक्र दादा जिनकुशलसूरीश्वरस्यबिम्ब निर्मापिता श्रीपारलू-श्रीसंघेन प्रा. प्रतिष्ठाकृता च श्रीमद्विजयविद्याचन्द्रसूरीश्वर श्रीसौधर्भ वृहततपोगच्छे / (135) 5. प्राचीन मूत्ति श्रीशीतलनाथजी :-- .. संवत 1661 वर्षे वै.. सु. 5 शु. पारलू-संघेन सीतलनाथबिंब का. प्र. मुनिकल्याणविजयेनः गोलनगरे / 6. पंच धातु प्रतिमा लेख:-- सं. 1528 बर्षे जेठ सु. 5 दिने पोसीनावासी प्राग्वाटज्ञातीय भाशर भार्या भावलदेसुतव्य पेघाकेन भा सोनी भागिनेय-कलादिकुटुबयुतेन निजश्रेयोर्थ श्रीसुविधिनाबिंब का. प्रति. तपागच्छे श्रीलक्ष्मीसागरसूरिभिः श्रीरस्तु / / बाड़मेर नगर बाड़मेर नगर इसी नाम के जिले का मुख्यालय है / इस नगर की प्राबादी करीब 70 हजार है। यहाँ जन मतावलब्धियों के करीब 2 हजार