Book Title: Anangpavittha Suttani Bio Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
View full book text
________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि . जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं कटेण वा किलिंचेण वा अंगुलियाए वा सलागाए वा संचालेइ संचालतं वा साइजइ // 3 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं संवाहेज वा पलिमद्देज बा संवाहतं वा पलिमद्दतं वा साइज्जइ // 4 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणब डि.याए अंगादाणं तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा णवीएण वा अभंगेज वा मक्खेज्न वा अभंगेतं वा मवखेंतं वा साइज्जइ // 5 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेंहुणवडियाए अंगादाणं कक्केण बा लोद्धेण वा पउमचुण्णेण वा पहाणेण वा सिणाणेण वा चुण्णेहिं वा वणे हिं वा उव्वट्टेइ वा परिवट्टेइ वा उव्वर्टेतं परिवर्टेतं वा साइजह // 6 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज्ज वा पधोएज्ज वा उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा साइज्नइ // 7 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं णिच्छल्लेइ णिच्छत्लेंतं वा साइज्जइ // 8 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं जिन्घइ जिग्छतं वा साइज्जइ // 9 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए अंगादाणं अण्णयरंसि अचित्तंसि सोयंसि अणुपवेसेत्ता सुक्पोग्गले णिग्घायइ णिग्घायंतं वा साइज्जइ // 10 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए (अवाउडिं) सयं कुज्जा सयं बूया करेंतं वा(बूएंतं वा)साइज्जइ // 11 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए व.लहं कु.जा कलहं बूया कलहवडियाए गच्छद गच्छंतं वा साइज्जइ // 12 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए लेहं लिहइ लेहं लिहावेइ लेहवडियाए वा गच्छइ गच्छंतं वा साइजइ // 13 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए पिटुंतं वा सोयंतं वा पोसतं वा भ(ल्लि)ल्लायएण उम्पाएइ उप्पाएंतं वा साइजइ // 14 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहणवडियाए पिटुंतं वा सोयंतं वा पोसंतं वा भल्लायएण उप्पाएत्ता सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज्ज वा पधोएज्ज वा उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा साइज्जह // 15 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहणवडियाए पिटुंतं वा सोयंत वा पोसंतं वा उच्छोलेत्ता पधोएत्ता अण्णयरेणं आलेषणजाएणं आलिंपेज्ज वा बिलिंपेज्ज वा आलिंपेतं वा विलिंपेत वा साइजइ // 16 // जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए पिटुंतं वा सोयंतं वा पोसंतं वा उच्छोलेत्ता पधोएत्ता भालिंपेत्ता विलिंपेत्ता तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा णवणीएण वा अभंगेज्ज वा मक्खेज्ज वा अभंगेंतं वा मक्खेतं वा साइज्जइ // 17 // जे