Book Title: Anangpavittha Suttani Bio Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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________________ णिसीहसुत्तं उ० 17 1005 जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए तणमालियं वा मुंजमालियं वा भिंडमालियं वा मयणमालियं पिंछमालियं वा दंतमालियं वा सिंगमालियं वा संखमालियं वा हड्डमालियं वा कट्ठमालियं वा पत्तमालियं वा पुप्फमालियं वा फलमालिय वा बीयमालियं वा हरियमालियं वा करेइ करेंतं वा साइजइ // 3 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए तणमालियं वा जाव हरियमालियं वा धरेइ धरेतं वा साइजइ // 4 // जे भिवखू कोउहल्लपडियाए तणमालियं वा जाव हरियमालियं वा पिणद्धइ पिणद्धंतं वा साइज इ // 5 // (.. परिभुंजइ...) जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए अयलोहाणि वा तंबलोहाणि वा तउयलोहाणि वा सीसलोहाणि वा रुप्पलोहाणि वा सुवण्णलोहाणि वा करेइ करेंतं वा साइजइ // 6 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए अयलोहाणि वा जाव सुवण्णलोहाणि वा धरेइ धरेंतं वा साइजइ // 7 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए अयलोहाणि वा जाव सुवण्णलोहाणि वा परिभुंज[पिणद्ध]इ परिभुजत वा साइजइ // 8 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए हाराणि वा अद्धहाराणि वा एगावलिं वा मुत्तावलिं वा कणगावलिं वा रयणावलिं वा कडगाणि वा तुडियाणि वा केऊराणि वा कुंडलाणि वा पट्टाणि वा मउडाणि वा पलंबसुत्ताणि वा सुवण्णसुत्ताणि वा करेइ करेंतं वा साइजइ // 9 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए हाराणि वा जाय सुवण्णसुत्ताणि वा धरेइ धरेतं वा साइजइ // 10 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए हाराणि वा जाव सुवण्णसुत्ताणि वा पिणद्धइ पिणद्धंतं वा साइजइ // 11 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए आईणाणि वा आईणपावराणि वा कंबलाणि वा कंबलपावराणि वा कोयराणि वा कोयरपाषराणि वा कालमियाणि वाणीलमियाणि वा सामाणि वा मिहासामाणि वा उट्टाणि वा उट्ट. लेस्साणि वा वग्घाणि वा विवग्याणि वा परवंगाणि वा सहिणाणि वा सहिणकल्लाणि वा खोमाणि वा दुगूलाणि वा तिरिडपट्टाणि वा पतुण्णाणि वा आवरंताणि वा वीणाणि वा अंसुयाणि वा कणगकंताणि वा कणगखचियाणि वा कणगचित्ताणि वा० आभरणविचित्ताणि वा करेइ करेंतं वा साइजइ // 12 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए आईणाणि वा जाव आभरणविचित्ताणि वा धरेइ धरेतं वा साइज्जइ / / 13 // जे भिक्खू कोउहल्लपडियाए आईणाणि वा जाव आभरणविचित्ताणि वा परिभुंजइ परिभुंजंतं वा साइजइ॥१४॥ जा (जे भिक्खू) णि(नि)ग्गं(थे)थी णिग्गंथस्स पाए अण्णउत्थिएण वा * गारस्थिएण वा आमजावेज वा पमज्जावेज वा आमजावेतं वा पमजावेतं वा साइजइ // 15 // जाव जा णिग्गंथी"सीसवारियं कारवेइ कारवेतं वा साइजइ / / 16-70 / / एवं जे णिग्गंथे णिगंथीए पाए अण्णउत्थिएण वा गारस्थि.