Book Title: Anangpavittha Suttani Bio Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh

Previous | Next

Page 674
________________ __ अणुओगदारसुत्तं-भावप्पमाणे 1265 को पइविसेसो ? णामं आवकहियं, टवणा इत्तरिया वा होजा आवकहिया वा होजा / से किं तं दव्वसंखा ? दव्वसंखा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-आगमओ य 1 णोआगमओ “य 2 जाव से किं तं जाणयसरीरभवियसरीवइरित्ता दध्वसंखा 1 जाणयसरी रभवियसरीरवइरित्ता दव्वसंखा तिविहा पणत्ता / तंजहा-ए गमविए 1 बद्धाउए 2 अभिमुहणामगोत्ते य 3 / एगभविए णं भंते ! 'एगभविए' त्ति कालओ केचिरं होइ ? जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी / बद्धाउए णं भंते ! 'बद्धाउए'त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? जहण्णेणं अंतोमहत्त, उक्कोसेणं पुव्वकोडीतिभागं / अभिमुहणामगोत्ते णं भंते ! 'अभिमुहणामगोए' त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? जह. ण्णेणं एक्कं समयं,उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं / इयाणिं को णओ कं संखं इच्छइ ? तत्थ णेगमसंगहववहारा तिविहं संखं इच्छंति, तंजहा-एगभवियं 1 रद्धाउयं 2 अभिमुहणामगोत्तं च 3 / उज्जुसुओ दुविहं संखं इच्छइ, तंजहा-बद्धाउयं च 1 अभिमुहणामगोत्तं च 2 / तिण्णि सद्दणया अभिमुहणामगोत्तं संखं इच्छंति / सेत्तं जाणय. सरीरभवियसरीरवइरित्ता दव्वसंखा / सेत्तं णोआगमओ दवसंता / सेत्तं दवा / से किं तं ओवम्मसंखा ? ओवम्मसंखा चउव्विहा पण्णत्ता / तंजहा-अस्थि संतयं संतएणं उवमिजइ 1 अस्थि संतयं असंतएणं उवमिजइ 2 अस्थि असंतयं संतएणं. उवमिजइ 3 अस्थि असंतयं असंतएणं उवमिजइ 4 / तत्थ संतयं संतएणं उवमि. जइ, जहा-संता अरिहंता संतएहिं पुरवरेहिं संतएहि कवाडे हिं संतए हिं वच्छेहि उवमिज्जति, तंजहां-गाहा-पुरवरकवाडवच्छा पलिहभुया दुंद हित्यणियघोस।। सिरि. वच्छंकियवच्छा, सव्वे वि जिणा चउव्वीसं // 2 // संतयं असंतएणं उवमिजइ, जहासंताई णेरइयतिरिक्खजोणियमणुस्सदेवाणं आउयाइं असंतए हिं पलिओवमसागरोवमेहिं उवमिज्जति / असंतयं संतएणं उवमिजइ,तंजहा-गाहाओ-परिजूरियपेरंतं, चलंतविंटं पडंतणिच्छीरं / पत्तं व वसणपत्तं, कालप्पत्तं भणइ गाहं // 1 // जह तुब्भे तह अम्हे, तुम्हे वि य होहिहा जहा अम्हे / अप्पाहेइ पडतं, पंडुयपत्तं किसलयाण // 2 // णवि अस्थि णवि य होही, उल्लावो किसलपंडुपत्ताणं / उवमा खलु एस कया, भवियजणविबोहणट्ठाए // 3 // असंतय असंतएहिं उवमिजइ-जहा खरविसाणं तहा संसविसाणं / सेत्त ओवम्मसंखा / से किं तं परिमाणसंखा ? परिमाणसंखा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-कालियसुयपरिमाणसंखा 1 दिट्ठिवायसुयपरिमाणसंत्रा य 2 / से किं तं कालियसुयपरिमाणसंखा ? कालियसुयपरिमाणसंखा अणेगविहा पण्णत्ता।

Loading...

Page Navigation
1 ... 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746