Book Title: Anangpavittha Suttani Bio Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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________________ णिसीहसुत्तं उ. 14 993 साइजइ // 7 // जे भिक्खू पडिग्गहं अणलं अथिरं अधुवं अधारणिज्जं धरेइ धरेंतं वा साइजइ // 8 // जे भिक्खू पडिग्गहं अलं थिरं धुवं धारणिज्जं ण धरेइ ण धरेतं वा साइजइ // 9 // जे भिक्ख वण्णमंतं पडिग्गहं विवणं करेइ करेंतं वा साइजइ // 10 // जे भिक्खू विवण्णं पडिग्गहं वण्णमंतं करेइ करेंतं वा साइजइ // 11 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटु तेरलेण वा घएण वा वसाए वा णवणीएण वा मक्खेज वा भिलिंगेज वा मक्खेतं वा भिलिंगेतं वा साइजइ // 12 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटु लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उच्छोलेज वा उव्वलेज वा उच्छोलेंतं वा उक्लेंतं वा साइजइ // 13 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटु सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा साइजइ // 14 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटटु बहु(दि)देवसिएण [वा] तेरलेण वा घएण वा वसाए वा णवणीएण वा मक्खेज वा भिलिंगेज वा मक्खेंतं वा भिलिंगेंतं वा साइजइ // 15 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटु बहुदेव सिएण लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज वा उव्वलेज वा उल्लोलेतं वा उव्वलेतं वा साइजइ // 16 // जे भिक्खू णो णवए मे पडिग्गहे लद्धेत्तिकटु बहुदेवसिएण सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज्ज वा उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा साइज्जई // 17 // जे भिक्खू सुभिगंधे पडिग हे लद्धेत्ति कटु दुन्भिगंधे करेइं // 18 // जे भिवख दुन्मिगंधे पडिगहे लद्धे त्ति कटु सुन्भिगंधे करेइ // 19 // जे भिक्खू सुब्मिगंधे पडिग्गहेलद्धे त्ति कटु तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा णवणीएण वा मवखेज्ज वा मिलिंगेज्ज वा मक्खेंतं वा भिलिंगेंतं वा साइज्जइ // 20 // जे भिक्खू सुब्भिगंधे पडिग्गहे लद्धेतिकटु लोद्धेण वा. कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज्ज वा उच्वलेज वा उत्लोलेंतं वा उव्वलेतं वा साइज्जइ // 21 // जे भिक्खू सुब्भिगंधे पडिगहे लद्धे त्ति कटु सीओदगवियडेण वा उसिणोदगवियडेण वा उच्छोलेज्ज वा पधोएज्ज वा उच्छोलेतं वा पधोएतं वा साइज्जइ // 22 // जे भिक्खू सुब्मिगंधे पडिग्गहे लद्धेत्ति कटु बहुदेवसिएण तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा णवणीएण वा मक्खेज्ज वा भिलिं. गेज्न वा मक्वंतं वा भिलिंगेंतं वा साइज्जइ // 23 // जे भिक्खू सुन्भिगंधे पडि. ग्गहे लद्धेत्ति कटटु बहुदेव सिएण लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज्ज वा उव्वलेज्ज वा उल्लोलेंतं वा उव्वलेतं वा साइज्जइ / / 24 // जे