Book Title: Agam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 06
Author(s): Bhadrabahuswami, Chaturvijay, Punyavijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha
________________
पञ्चमं परिशिष्टम् ।
८१
गाथा
गाथा दुबिहाओ भावणाओ दुविहा णायमणाया दुबिहा य होइ वुड्डी दुविहा य होति सेजा
विभागः गाथाङ्क:
२ १२९१ ४ ४१३४ ५ ५८१९ १ ५४१
टि०१
देउलियअणुण्णवणा देवाणुवित्ति भत्ती देवा हुणे पसना देविंदरायउग्गह देविंदरायगहवइदेवे य इरिथरूवं देवेहि मेसिभो विय देसकडा मज्झपदा देसकहापरिकहणे
दुविहा य होति पाता दुविहाऽवावा उ विहे दुविहा सामायारी दुविहा हवंति सेजा दुविहे किहकम्मम्मि दुविहे गेलण्णम्मि दुविहे गेलण्णम्मी दुविहे गेलनम्मी
७७७ ५४१ ४५४१
विभाग: गाथाङ्कः
२ १४९६ २ १२१० २ १९८१
४ ४७८४ १६६९
५ ५६८८ २ १३३९ २ १७६२ ३ २६९७ ५ ५७३० १२४१
४ ३३२२ ४ ४४६७ ३ २८२६
३९९८ ४ ३९१० ४ ३९११ ४ ३३०४
६३९६ ३५५० ३६३०
देसकुलजाहरूवी देसराहणे बीएहि देसिय राइय पक्खिय देसिय वाणिय लोभा देसिल्लगं वबजुयं मणुकं देसी गिलाण जावो.
५१४९ ५१७६ ६४३१ २१४५ ३४३३
.m0SMS4500500000.
दुबिहो म होइ छेदो दुविहो उ पंडओ खलु दुविहो जाणमजाणी . दुविहो य मासकप्पो दुविहो य होइ भग्गी दुविहो य होइ जोई दुविहो य होह दीवो दुविहो य होइ पंथो दुविहो लिंग विहारे दुविहो वसहीदोसो दुविहो होति अचेलो दुन्धियडदुण्णिसण्णा दुस्सन्नप्पो तिविहो दुस्संचर बहुपाणादि दुहतो थोवं एकेकएदूइजंता दुविधा दूमिय धूविय वासिय दूरम्मि दिहि लहुओ दूरम्मि दिढे लहुओ दूरागयमुटेर्ड दूरेण संजईओ दूरे तस्स तिगिच्छी रमझ परिजणो दूरे व अमगामो दूसियवेओ दूसिय
देसीभासाइ कयं देसीभासाएं कयं देसीभासाय कयं देसो व सोवसग्गो
७५७ देहबलं खलु निरियं
४९१३ देहस्स तु दोबल्लं ६ ६३६५ देहऽहिओ गणणेको
४१३९ देहे अभिवते ५ ५२१२ देहेण वा विरूवो ३ २७४८ देहोवहीण डाहो ५ ५९१० देहोवहीतेणगसावतेहिं ५ ५८२४ दोचं पि उग्गहो त्तिय १ ५८४ दोच्चेण भागतो खंदएण
२१७४ दो जोयणाई गंतुं २१९८ दोण्णि य दिवड्डखेत्ते
दोणि वि वयंति पंथं ३ २१६३ दोण्ह वि कतरो गुरुओ
दोण्ह वि चियत्त गमणं ५ ५७०७ दोण्ह उवरि वसंती ३ २९२८ । दोण्हं उवारे वसती ५ ५१५० । दोण्हं पि अ जुयलाणं
२ ९३७ २ ९४२ ४. ३९४० ५ ५६०४ ३ २३७७ १ २२७ ६ ६१५८ ४ ३४७४ ३ ३२५८ ३ २०११ ३ ३२७२
५६५७
५५२७ ५ ५२५२ ५ ५८०१ ३ ३०८६ २ २१०५ २ २०४६ १ ६४०
کر
م
م
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424