Book Title: Agam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 06
Author(s): Bhadrabahuswami, Chaturvijay, Punyavijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha

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Page 329
________________ १०६ पञ्चमं परिशिष्टम् । विभागः गाथाङ्कः १ ४४७ م ه ه س गाथा विसम पलोहणि या विसमा जति होज तणा विसमो मे संथारो विसस्स विसमेवेह विसोहिकोडिं हवइत्तु गामे विस्ससह भोइमित्ताविह भतराऽसहु संभम विह निग्गया उ जइडं विहवससा उ मुरुडं विहं पवना धणरुक्खहेतु विहिभाविही भिन्नम्मि य विहिणिग्गता उ एका विहिमित्रं पिन कप्पड़ बिहुवण गंतकुसादी बीमंसा परिणीयट्ठया बीमंसा पडिणीया वीयारगोयरे थेरवीयार मिक्खचरिया ४४०६ ६ ६२७३ ३५१७ ३ २१७८ ४ ३८६२ ३ २६०४ ४ ४१२३ urrr ه ه س له २ १०३९ ४ ४१३० २ १०५७ ५ ४९०६ २४९४ २४९६ ५१८० २ ११८० ३ २१७३ -30 س م ک गाथा विभाग: गाथाङ्कः वीसुंभणसुत्ते वा ५ ५५९५ वीसुंभिओ य राया ४ ३७६० वीसुं वोमे घेत्तुं ५ ५३३६ वुच्छिण्णम्मि मडंबे ५ ६०१२ वुट्टे वि दोणमेहे १ ३३८ वुड्डोऽणुकंपणिजो वुत्तं हि उत्तमटे ६ ६२८५ वुत्ता तवारिहा खलु ५ ४९६९ वुत्तुं पिता गरहितं वुत्तो अचेलधम्मो ५ ५९३५ वुत्तो खलु माहारो वुब्मण सिंचण बोलण ५ ५६२७ बूढे पायच्छित्ते १ ७१२ वेउवऽवाउडाणं ५ ५६७५ वेगच्छिया उ पट्टो ४ ४०८९ वेजऽटग एगदुगादि २ १०२८ वेजस्स एगस्स अहेसि पुत्तो ३ ३२५९ वेयावञ्चगरं बाल २ १४६४ वेयावच्चे चोयण २ २११० वेरग्गकरं जं वा ३ २६१२ वेरग्गकहा विसया ५१८१ वेरं जस्थ उरजे ३ २७६० वेलइवाते दूरम्मि वेलाए दिवसेहिं व वेवहु चला य विट्ठी ४ ४१८८ वेसह लहुमुटेइ य ४ ४४२८ वेसत्थी आगमणे वेसवयणेहिं हासं २ १३०० वेस्सा भकामतो णिज ६ ६२५९ वेहाणस मोहाणे २ १९८८ वोच्चत्थे चउलहुभा वोवस्थे चउलहुगा २ १९१३ वोच्छिजई ममत्तं वोच्छेदे लहुगुरुगा वोस? काय पेल्लण ५९४४ वोसटुंपि हु कप्प ४४०४८ له ه به س ४४६६ २१९५ २०६४ ३६९६ _ ५६२८ ५९५६ ل army mr00 مه گر گر م ک वीयारभोमे बहि दोसजालं बीयारसाहुसंजइ पीयाराभिमुहीओ वीयारे बहि गुरुगा वीरलसउणवित्ताबीरवरस्स भगवतो वीरासण गोदोही वीरासणं तु सीहावीसजियम्मि एवं वीसजिया य तेणं वीसजिया व तेणं वीसस्थमप्पिणते बीसस्थया सरिसए वीसस्थडवाउडयोबीसस्था य गिलाणा वीसं तु अपवजा वीसं तु भाउलेहा वीसंभटाणमिणं वीसुं उपस्सए वा घीसुंधेप्पइ असरंत ३ ३२८७ ३ ३०२२ ३ ३०११ ک س २२४३ ३६९४ ه م ه ४०४५ ४४८८ ه م सइकरण कोउहल्ला सइकालफेडणे एसणा ३ ४ २३४० ३७०२ کی Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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