Book Title: Agam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 06
Author(s): Bhadrabahuswami, Chaturvijay, Punyavijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha

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Page 312
________________ पश्चमं परिशिष्टम् । ८९ विभाग: गाथाङ्कः २ १६९६ २ ११९९ २ ११७४ ६ ६०६८ टि. ४ ६ ६०६८ ३ २८९१ ४ ४७०१ ५ ५३३० गाथा विभागः गाथाङ्कः गाथा पणयाल दिणा गणिणो ५ ५७७६ पमाणातिरेगधरणे पणयालीसं दिवसे ४ ४०३२ पमाणे काले आवस्सए पणहीण तिभागऽन्द्ध पयडीणं भन्नासऽवि टि.१ पयपायमक्खरेहि पणिए य भंडसाला ४ ३४४४ पयला उल्ले मरुए पण्णवितो उ दुरूवो ६ ६२६६ पयला निद्द तुअट्टे पण्हो उ होइ पसिणं २. १३११ पतिट्ठा ठावणा ठाणं पयलायसि कि दिवा ण पत्तमपत्ते रिक्खं २ १४५१ पत्तं पत्ताबंधो पयलासि किं दिवा ण परउत्थियउवगरणं पत्ताणं पुप्फाणं २ ९८० परखित्ते वसमाणो पत्ताबंधपमाणं परतिस्थियपूयातो पत्ते अइच्छिए वा १४५२ परदेसगते नाउं पत्तेग वडुगासति ४ ४८०६ परधम्मिया वि दुविहा पत्ते य अणुण्णाते परपक्ख पुरिस गिहिणी पत्तेयबुद्ध जिणकप्पिया ४ ४५३३ परपक्खम्मि अजयणा पत्तेय समण दिक्खिय ४ ४८१७ परपक्खम्मि वि दारं पत्तेयं पत्तेयं २ १६४५ परपक्खं दूसित्ता पत्तो जसो य विउलो २ २०१३ परपक्खे य सपक्खे पत्तो वि न निक्खिप्पह १ २७५ परपक्खे वि य दुविहं पत्थारदोसकारी ३ २५११ परपत्तिया ण किरिया ३ २५३१ परपत्तिया न किरिया पत्थारो अंतो बहि परमद्धजोयणाओ ३ ३२२६ परमद्धजोयणातो परथारो उ विरचणा परमाणुपुग्गलो खलु पस्थितो वि य संकह परमाणुमादियं खलु पदूमिता मि घरासे परवयणाऽऽउट्टेड पन्नत्ति जंबुदीवे परवावारविमुक्का पारसकम्मभूमिसु परसीमं पि वयंति हु पारस दस य पंच व ४ ४२९६ परिकम्मणि चउभंगो पसवणिज्जा भावा २ ९६४ परिणमइ अंतरा अंतरा पप्पं खु परिहरामो ४ ४५७८ परिणमइ जहत्थेणं पभु अणुपभुणो आवेदणं १ ५७४ परिणयवय गीयस्था टि०२ परिणाम अपरिणामे पभु अणुपभु[ णो व]निवेयणं १ ५७४ । परिणामओऽत्थ एगो पमाणं कप्पट्टितो तस्थ ६ ६४६९ परिणामजोगसोही पमाणं कप्पितो तत्थ ६ ६४६९ । परिणामो खलु दुविहो टि.१ । परितावणाइ पोरिसि ५ ५०८८ ६ ६१७९ ४ ३३५१ ४ ३३७६ १ २७० ४ ४४३९ १ ४२२ ५ ५७३७ ३ २७०१ ५ ५२८७ rmr ३ २७२० ४६४१ २११७ २ १०९८ १ ७९६ १ ७९२ २ १०१४ २ १३५९ ५ ५९०५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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