Book Title: Acharangasutram Sutrakrutangsutram Cha
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri, Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas
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P. L. उद्धृतः पाठः 107 14 न मोहमतिवृत्त्य बन्ध...' 898 न य किंचि अणु ण्णायं..... ___19 नयास्तव स्यात्पदलाञ्छिता...
5 नरकेषु देवयोनिषु ..... 71 31 न विभूषणमस्य युज्यते....." 152 24 न विरक्तो न निविण्णो...... 42 18 न शक्यं रूपमद्रष्टं .......
1 नश्यति नौति याति....... 8 40 न सन्त्यनपत्स्य लोकाः...... 120 23 न हिंस्यात् सर्वभूतानि....... 101 29 नातः परमहं मन्ये.... 167 40 नात्यायतं न शिथिलं......
8 नान्तर्म हुर्तकालमतिवृत्य ..... 107 18 नायगंमि हते संते....... 178 28 नारीश्वरजं केचित् ....... 102 16 नालस्सेणं समं सुक्खं.......
33 निक्खेवेगट्ठनिरुत्ति...
33 निस्संकिय निक्कंखिय...... 150 19 नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि ...." 158 12 निपतन्त उत्पतन्तो .....
6 पंचविहे पायारे जुत्तो...." 1623 पंचहि ठाणेहिं केवली उदिन्ने...... 186 1 पंचहिं ठाणेहिं समणाणं
णिग्गंथाण...... 161 37 पंचहि ठाणेहिं छउमत्थे उप्पन्ने उव-
सग्गे .... 16 29 पंचिदियतिरिएसं.... ... 61 25 पक्खचउमासवच्छर...."
5 पगतीए तणुकसानो..... 103 1 पञ्चसु रक्ताः पञ्च विनष्टा...... 150 30 पञ्चेन्द्रियाणि त्रिविधं बलं च...... 63 40 पडिणीयमंतराइय....... 35 11 पडुप्पन्नवणस्सइकाइयाणं .... 46 19 पडुप्पन्नतसकाइया केवतिकालस्य ।
8 पढम नाणं तो......... 45 35 पणुवीसं छव्वीसं च...... 185 10 पत्तं पत्ताबंधो......
- P. L. उद्धृतः पाठः 169 26 परलोकविरुद्धानि...... 35 24 पाईणं पडिणं वावि......
15 पाणवहादीसु रतो..... 1 पायच्छित्तं विणो .....
22 पिता रक्षति कौमारे....... 123 21 पिब खाद च चारुलोचने .....
5 पुढविकाइया णं भंते....... 22 पुढवीजलजलण मारुय...... 31 पुढविदगप्रगणिमारुय.......
31 पुत्रकलत्रपरिग्रह...... 67 30 पुत्रा मे भ्राता मे..... 131 25 पुणरवि सोलस दोसं .......
29 पुनरपि सहनीयो ..... 12 18 पुरुष एवेदं सर्व.......
38 पुष्टयर्थमन्नमिह...... 166 39 पृष्टा गुरवः स्वयमपि...... 13 12 प्रतिषेद्ध प्रतिषेधौ......
8 23 प्रतिषेधयति समस्तं. ..... 91 11 प्रथमतरमथेदं चिन्तनीयं.... 70 20 प्रथमे वयसि नाधीतं...... 164 3 प्रशस्त: शोभनश्चैव...... 142 1 प्रवचनी धर्मकथी वादी......
47 36 प्राणा द्वित्रिचतुः प्रोक्ता:.... 124 16 प्राणी प्राणिज्ञानं.......
4 19 बंधाणुलोमया खलु...... 17 9 बध्नाति ततो बहुविधि...... 158 28 बाल्यात् प्रभृति च रोगै...... 91 20 भवित्री भूतानां परिणति..... 68 15 भुंजसु न ताव रिक्को...... 161 18 भूतिर्ये (W)षां क्रिया सैव....... 35 25 भूयाणमेसमाधानो...... 64 1 भूयाणुकंपवयजोगउज्जुनो..... 158 14 भृज्ज्यन्ते ज्वलदम्बरीषहुतभुग......
17 40 भृत्येषु मन्त्रिषु सुतेषु मनोरमेषु....." 178 3 भौतिकानि शरीराणि....... 1578 भ्रमावेशः ससंरम्भो...... 92 12 मंसठिरुहिरहारुवणद्ध
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