Book Title: Acharangasutram Sutrakrutangsutram Cha
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri, Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas
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P. L. शुद्धः पाठः
P. L. शुद्धः पाठः 2584 °षध्या दिनानद्धिसम
270 19 निभृतकर्णताल° 258 32 हण्यित्यंगानि [प्र.]
270 21-22 °च्छस्त्रोच्छेद्या 258 37 च प्रीत्युत्पा
27034 ब्रवीमीति पूर्ववत्, नयाश्च 259 __ 3 कुतस्त्यमेतत्, इत्येतत्
270 21 पर्याप्तिवारणभूषणेष्विति 2598 सर्पाभ्युत्थानतो
270 25 निषेधो द्रव्यनिषेधः,
271 28-29 अलंकृतं देवदत्तेन स्वकुल [प्र.] 39 तथैव पञ्चाश्रवान् 2613 °वार्द्र कुमार [प्र.]
272 35 यद्यः कथ॰ [प्र०] 262 16 य इत्यादि,
273 14 °दिग्भागे 262 30-31 न तत्र वासमुपैति
273 26 प्रष्टव्यः संदेहात [प्र.] 263 15 यदि वा परीतदर्शनाः
274 12 परसंभूत [प्र.] 263 25-26 णेगति णच्चंतिय प्रोदए से
274 17-18 नागरको 263 35 अय वय मय तय णय गता [प्र.]
274 18 नागरक 35 स एव भगवानेवमाह
274
एवमपि स्थावरकाये 264 10 गच्चंतिए इत्यादि
274 26 नागरक 264 15 अय वय मय पय तय णय गता [प्र.]
28 °त्यादि, गृहपतिः 264 19 यहिंसन्नुपभोग
274 29 निहाय 264 22 °वंभूतं भगवंतं धर्म
27434 ये ते केचन 265 15 °काशोपमाः
275. 2 बिभाव' 265 21 बुद्धस्य बालबुद्धया
275 37-38 चैकार्थत्वे 26523,305
276 4 शक्नुमो 31,34 पिण्णाक
276 13 शारीरो निग्रहः [प्र.] 37)
276 20 °पाजितं च प्रभूतं 265 27 मधस्तिर्यक् च या
276 21 सविशेष वधमा 265 38 °रथानन्तर्ये
22 मवगम्य 266 12 तद्यथाऽयं [प्र०]
276 25 °स्माकमयं 266 36 एतदेवं भूतं
276 28 विलपितोऽपि [प्र०] 267 1 जीवानां प्राणिनां प्राणाथिनां
276 31 प्राणातिपातनिवृत्त्या [प्र.] 268 ll भूतानि इत्यादि, तथा चैतन्यं पुरुषस्य स्वं 276 32 तसेहीत्यादि [प्र.]
277 1 त्रसनाम प्रत्येक नामकर्मा 268 12 नापर इति न युष्मसिद्धान्तो
277 5 स्थावरनाम च 268 28 अक्षतं [प्र.]
277 15 नागरक: 268 30 किमिव
278 16 हेऊ इत्यादि 269 2 °ध्रौव्ययुक्तं सदुच्यते
278
20 त्वदभ्युपगमेन 269 30 °निरूपणेन, आयुष्मन् [प्र.]
278 24 व्यापादनेऽपि न व्रतभङ्गो भवतीत्यस्यार्थस्य 270 3 नन्तोऽपि प्राणातिपातादनिवृत्तत्वादनिवृत्त- 279 दण्डो न निक्षिप्त दोषास्ते
279 दूइज्ज त्ति [प्र.] 270 16-17 प्रसन्नकर्णताल°
279 25 गृहमाबसेयुः
276
रूप
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