Book Title: Acharangasutram Sutrakrutangsutram Cha
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri, Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 763
________________ 400 258 110 82 34 पर 112 8 P. L 175 7 पण्णरससु अज्झयणेसु... 6 7 परिचत्तनिसीलकुसील० 103 6 परिभासिया कुसीला... 7 पंचण्हं संजोए ... 124 33 पंचसु विसएसु सुभेसु... 131 38 पंथो मग्गो गानो.. .. 118 16 पासत्थोसण्णकुसील... 273 19 पासावच्चिज्जो पुच्छियाइयो... 959 पाहन्ने महसहो... 258 12 पीती य दोण्ह दूनो .. 95 30 पुच्छिसु जंबुणामो... पुढवीफासं अण्णाणुवक्कम .. 25 पूयरुहिरकेसठि .. 7 फलगलयंदोलणवित्त ... 3 बव च बालवं चेव.... 3 बीए नियइवायो... . 178 24 भवणवइ वाणमंतर.... 83 18 भंजति अंगमंगाणि... 153 35 भावतहं पुण नियमा.. 12434 भावसमाहि चउविह... 13834 भावसमोसरणं पूण'.. 81 19 भावे उ णिरयजीवा... 4 7 भावे पोगवीसस... lll ll भावो जीवस्स सवीरियस्स... 83 27 भीए य पलायते... 111 12 मण वइ काया आणापाण.. 8 3 महपंचभूयए कप्पए य... 19 मीरासु सुठएसु य. 19 मूलकरणं पुण सुते.. . 30 मूलकरणं सरीराणि..... 240 36 मूलगुणेसु य पगये... 258 17 रायगिहागमचोरा.. 118. 9 लोइयलोउत्तरिमो... P. L. 36 वइजोगेण पभासिय 14 वण्णादिया य वण्णा. 18 वादे पराइइत्ता .. - 202 17 विज्जा व देवकम्म... 27 विरिए छक्क दव्वे... 36 5 वेयालियं इह देसियंति.. 30 वेयालियंमि वेयालगो .. 3 सउणि चउप्पयं नाग... 113 16 सत्थं असिमादीयं... 138 33 समवसरणेऽवि छक्कं .. 203 12 समुदाणियाणिह तो .. 139 32 सम्मदिट्ठी किरियावादी .. 131 35 सम्मप्पणियो मग्गो .. 228 36 सरीरेणोयाहारो.. ll सव्वंपि य तं तिविह... 5 ससमयपरसमयपख्वणा.. 1 संघायणे य परिसाडणा य .. 258 __ ll संवेगसमापन्नो... 83 15 साडणपाडणतोडण.... 102 28 सीले चउक्क दव्वे .. 13 सुत्तेण सुत्तिया चिय... 18 सुद्धप्पभोगविज्जा... 202 13 सुरमणुयतिरिय निरओ० 69 20 सुसमत्था वसमत्था... 3 सूयगडं अगाणं... 11 सूरा मो मन्नंता... 32 सोऊण जिणवरमतं... 175 8 सोलसमे अज्झयणे .. 161 7 सो सिक्खगो य दुविहो... 83 21 हत्थे पाए ऊरू.. 36 हेउसरिसेहिं अहे उएहि... 1755 होति पुण भावगाहा... 202 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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