Book Title: Vigyan ke Aalok Me Jeev Ajeev Tattva Evam Dravya
Author(s): Kanhaiyalal Lodha
Publisher: Anand Shah

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Page 232
________________ 215 पुद्गल द्रव्य __ अनुसंधानों से परमाणु के प्रोटोन-इलेक्ट्रोन के अतिरिक्त और भी अनेक नये कणों की उपस्थिति का पता चला है उनमें मुख्य हैं-न्यूट्रोन, पोजीट्रोन, मेसोन आदि। न्यूट्रोन भी तीन प्रकार के होते हैं। मेसोन का आविष्कार विज्ञान का आधुनिकतम आविष्कार है। यह भी अनेक प्रकार का होता है। अतः अब परमाणु वैज्ञानिक के लिए आदि मौलिक तत्त्व न रहकर गोरख धंधा-सा बन गया है। वैज्ञानिक यह कहने का साहस नहीं कर पा रहे हैं कि उन्होंने ब्रह्माण्ड के मूलभूत सूक्ष्मतम उपादान को पा लिया है। उन्हें भय है कि कहीं इलेक्ट्रोन, प्रोटोन, मेसोन आदि कणों के भीतर फिर सौर परिवार जैसा सृष्टिक्रम न निकल जाये। ___ पदार्थ विज्ञान के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक जी.ओ. जोन्स, जे. रोटब्लेट और जी.जे. वीटरो ने अपनी पुस्तक में परमाणु के कलेवर में स्थित मौलिक तत्त्वों का विवेचन करते हुए लिखा है "Originally the name was applied to the four elimentsfire, earth, air and water. Latter it was thought that the Atom of each chemical elements was an elementary partial. Then the Atom was limited to three only. Proton, neutron and electron it was now turn extended to over twenty particles and still more may yet be discovered. at moment despite the remarkable progress made in nueclear physcis, the riddle of elementary particles still remain unsolved." विज्ञान जगत् में परमाणु के गर्भ में स्थित कणों के विषय में एक नया तथ्य सामने आया है कि ये सब कण भी किसी एक ही मौलिक द्रव्य के रूपान्तर हैं। नोबल पुरस्कार विजेता, अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के डॉक्टर राबर्ट हाफस्टेडटर का कथन है कि प्रोटोनों और 1. Atom and universe.

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