Book Title: Tulsi Shabda Kosh Part 02
Author(s): Bacchulal Avasthi
Publisher: Books and Books
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
1068
तुलसी शब्द-कोश
सिसुलीला : बालविनोद । मा० १.१६२ छं० सिहि : बच्चे को । 'सुरभी सनमुख सिसुहि पिआवा।' मा० १.३०३.५ सिस्नोदर : (सं० शिस्नोदर--शिस्न+उदर)। कामभोग और उदरपोषण
(शिस्न = पुरुषत्व सूचक अङ्ग विशेष) । सिस्नोदरपर : कामसुख तथा उदरभरण में परायण, एकमात्र उन्हीं लौकिक सुखों
को परम मानने वाले। 'सिस्नोदरपर जमपुर त्रास न ।' मा० ७.४०.१ 'सिहा, सिहाइ, ई : आ.प्रए० (सं० स्पृहायते>प्रा. सिहाई, छिहाइ)। उत्कट
लालसा करता है, ललचाता है, विवश स्पर्धा करता है । 'अवधराजु सुरराज
सिहाई ।' मा० २.३२४.६ सिहाउ, ऊ : आ०-आज्ञा+संभावना-प्रए । स्पृहा करे, ललचाए, सिहाए ।
थापिअ जनु सब लोग सिहाऊ ।' मा० २.८८.७ सिहात : वकृ.पु । ललचाता-ते । जेहिं सिहात अमरावति पालू ।' मा०
२.१९६.७ सिहानी : भकृ.स्त्री० । ललचायी। 'देखत दुनी सिहानी।' गी० १.४.६ सिहाने : भूक००ब० । स्पहा-विह्वल हुए, ललच उठे। 'लोकपाल अवलोकि
सिहाने ।' मा० १.३२६.६ सिहाहि, हीं : आ०प्रब० । स्पृहा करते हैं, सिहाते हैं, ललचाते हैं । मा० १.३४४
_ 'सुर सकल सिहाहीं।' मा० २.१०१.८ सिहाहुं, हूं : आ०-संभावना, कामना-प्रए । सिहाएं। ललचाएँ । 'अब ते
__ सकुचाहुं सिहाहूं।' विन० २७५.४ सिहोरे : सं०० (सं० शाखोटक>प्रा० साहोऽय) । झाड़ जैसे सिहोर वृक्ष को
सिहोर उपयोगहीन वृक्षविशेष है)। 'तुलसी दलि रुंध्यो चहै सठ साखि
सिहोरे ।' विन० ८.४ सोंक : सं०स्त्री० (सं० इषीका)। गांडर का लम्बा डंठल (मञ्जरी की नाल)।
मा० ३.१.८ सींग : सं००+स्त्री० (सं० शृङ्ग>प्रा० सिंग) । पशु-मस्तक के शङ कु । कृ. ४६ . 'सींच, सींचइ : आ.प्रए० (सं० सिञ्चति>प्रा० सिंचइ)। सिवत करता है;
पानी डालता है । 'कोटि जतन कोउ सींच ।' मा० ५.५८ सींचत : वक०० । सींचता-ते । 'सींचत सीतल बगरि ।' मा० २.१५४ सींचति : वक०स्त्री० । सींचती, सिक्त करती । रा०प्र० २.३.३ सींचहि : आ.प्रब० (सं० प्रा० सिञ्चन्ति>अ० सिंचहिं) । सींचते हैं। दो० ३७७ सींचा : (१) भूक००। सिक्त किया (पानी डाला) । पेड़ काटि ते पाल उ __ सींचा।' मा० २.१६१.८ (२) सं०पू० । स्नान, पानी का छींटा । 'जासु छांह
छुइ लेइअ सींचा।' मा० २.१६४.३
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612