Book Title: Tulsi Shabda Kosh Part 02
Author(s): Bacchulal Avasthi
Publisher: Books and Books
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
www.kobati
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
तुलसी शब्द-कोश
1131
हती : हत+स्त्री० । मारी। 'एक तीर तकि हती ताड़का ।' गी० १.५२.६ हते : भूकृ००० । मारे, मारे गये। 'इहाँ हते सुर मुनि दुखदाई।' मा०
हतेउ : हत+भूकृ००कए । मारा, मार डाला । 'प्रथमहिं हतेउ सारथी तुरगा।'
मा० ६.६२.१ हतेसि : आ०-भूक००+प्रए । उसने मार डाला । 'बालि हतोसि मोहि मारिहि ___ आई।' मा० ४.६.८ हत : हतइ । 'सनमुख हत गिरा-सर पैना।' वैरा० ४६ हतो : हत्यौ । मारा । जेहिं हतो सीस-दस ।' विन० २०४.३ हतों : हतउँ । मारू, मार डालू । 'हती न खेत खेलाइ खेलाई ।' मा० ६.३५.११ हत्यो : हतेउ । 'लीला हत्यो कबंध ।' मा० ६.३६ हथवांसहु : हथवांस+मब० (सं० हस्तवंश)। हाथ की लग्गी से (धार में)
चलाओ । 'हाथवांसहु बोरहु तरनि ।' मा० २.१८६ हथसार : सं०स्त्री० (सं० हस्तिशाला>प्रा० हत्थिसाल>अ० हत्थिसाल)। हाथी
का आवास । 'हाथी हथसार जरे घोर घोर सारहीं।' कवि० ५.२३ हथा : हाथ (सं० हस्तक>प्रा० हत्थअ) । 'अपनो ऐपन निज हथा ।' दो० ४५४
(यहां हाथ की छाप से तात्पर्य है।) हयेरी : सं०स्त्री० (सं० हस्ततल>प्रा० हत्थयल)। हथेली, हाथ की गादी
(चिकना करतल) । 'हाथ लंका लाइहैं तो रहैगी हथेरी सी।' कवि० ६.१० हव : सं०स्त्र (अरबी) । सीमा । 'कायर कर कपूपतन की हद ।' कवि० ७.१ Jहन, हना : आ०प्रए० (सं० हन्ति>प्रा० हणइ)। मारता है, मार सकता है ।
'लछिमनु हनइ निमिष महुं तेते ।' मा० ५.४४.७ हनत : वकृ.पु । मारता, मारते । (१) प्रहार करत, आयुध से आहत करता।
'एकहि एकु हनत करि क्रोधा।' मा० ६६५.६ (२) मारते ही (क्षण) । 'मुष्टि प्रहार हनत सब भागे।' मा० ५.२८.८ (३) चोट करके मिटाता। 'हनत
गुनत गुनि गुनि हनत ।' दो० २४६ हनहिं : आ०प्रब० । (सं ध्नन्ति>प्रा० हणंति>अ० हणहिं) । मारते हैं, तडित ____ करते हैं (बजाते हैं) । 'सुर हनहिं निसाना।' मा० १.३० ६.४ ।। हनि : पूकृ० । (सं० हत्त्वा>प्रा० हणिअ>अ० हणि)। (१) मारकर । 'बिस्वजयी
भृगुनायक से बिनु हाथ भये हनि हाथ-हजारी।' कवि० ६.५ (२) ताडित कर
(बजाकर) । 'हनि देव दु'दुभि हरषि बरषत फूल ।' गी० १.६६.३ हनिय : आ०कवा०प्रए । मारिए, मारा जाय। 'बलि जाउँ हनिय न हाय।
विन० २२०.७
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612