Book Title: Tulsi Shabda Kosh Part 02
Author(s): Bacchulal Avasthi
Publisher: Books and Books
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
तुलसी शब्द-कोश
1087
सनावा : भूकृ०० । सुनाया, बताया। 'प्रभु प्रभाउ परिजनहि सुनावा ।' मा०
७.२०.५ सुनावों : सुनावउँ । सुनाऊँ, कह लू । मा० ५.२.४ सनासीर : संपु० (सं० शुनाशीर, शुनासीर)। इन्द्र । मा० ६.१० सुनि : (१) पूकृ० । सुनकर । 'सो सुनि रामहि भा अति सोचू ।' मा० २.२२७.३
(२) सुनिअ । सुना जाता है । 'प्रभु आइ परे सुनि सायर काठे ।' कवि०
६.२८ सुनिअ, य, ए : आ०कवा०प्रए० (सं० श्रयते>प्रा० सणीअइ)। (१) सुना जाता
है। 'सब कह सुनिअ उचित फल दाता ।' मा० १.२२२.५ (२) सुना जाय ।
'सुनिअ माय मैं परम अभागी।' मा० २.६६.३ सुमित, यत : वक००कवा। सुना जाता (है)। 'सुनिअत सुरपुर जाइ ।' दो०
४६७ सुनिप्रति : वकृ०स्त्री०कवा० । सुनी जाती। 'सोभा असि कहुं सुनिअति नाहीं।'
मा० २.२२०.६ सुनिए, ये : सुनिअ । कृ० ३७ सुनिबे : भक.पु । सुनने । 'सुनिबे कहें किए कान ।' दो० २५० सुनिबो : भक००कए । सुनना (होगा)। तो सुनिबो देखिबो बहुत अब ।'
कृ० ३४ -सुनियो : आ०भ०+आज्ञा-प्रार्थना+मब० । तुम सुनना। 'मेरो सुनियो तात
सँदेसो।' गी० ३.१६.१ सुनिहउँ : आ०भ० ए० । सुनूगा। 'तब सुनिहउँ निर्गुन उपदेसा।' मा०
७.१११.११ सुनिहहिं : आ०भ०प्रब० । सुनेंगे । 'सुनिहहिं बाल बचन मन लाई ।' मा० १.८.८ सुनिहें : सुनिहहिं । गी० १.८०.७ सुनिहौं : सुनिहउँ । 'श्रवननि और कथा नहिं सुनिहौं ।' विन० १०४.३ सुनी : (१) भूक०स्त्री० । मा० ७.५५.४ (२) सुनि । सनकर । कवि० ७.७२
(३) सुनिअ । सुना जाता है, सुनी जाती है । 'उदार दुनी न सुनी ।' मा०
७.१०१.६ सुनु : आ-आज्ञा, प्रार्थना-मए । तू सुन । 'नाम मोर सुनु कृपानिधाना।'
मा० ७.२.८ सुने : (१) भूकृ००ब० । श्रवण किये । मा० २.१७६.७ (२) सुने हुए (सुनने)।
'पढ़े सुने कर यह फल सुदर ।' मा० ७.४६.४ (३) सुनकर । 'धनु भंग सुने फरसा लिएं धाए।' कवि० १.२२,
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612