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प्राप्त इस शाखा के मुनिजनों के गुरु-परम्परा को नामवाली के आधार पर कमलकलश शाखा के मुनिजनों के गुरु-परम्परा की पूर्वक्ति तलिका के जो नवीन स्वरुप प्राप्त होता है वह इस प्रकार है : द्रष्टव्य तालिका - २.
इस प्रकार वि०सं० की २० वीं शताब्दी तक इस शाखा का किसी न किसी प्रकार अस्तित्व बना रहा।
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