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प्रका०- श्री मुक्तिकमलजैन मोहनमाला, बड़ोदरा १९७० ई०.
जैन साहित्य का बृहइतिहास, भाग ३, लेखक - मोहनलाल मेहता, प्रका०- • पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १९६७ ई०.
जैनसाहित्य का बृहद् इतिहास, भाग ४, लेखक - मोहनलाल मेहता एवं हीरालाल रसिकलाल कापड़िया, प्रका० पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १९६८ ई०. जैनसाहित्य का बृहद्इतिहास, भाग ५, लेखक - पं० अम्बालाल प्रेमचन्द शाह, प्रका० - पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १९६९ ई०.
जैनसाहित्य का बृहइतिहास, भाग ६, लेखक - गुलाब चन्द्र चौधरी, प्रका०- पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १९७३ ई०.
जैनसाहित्यनो संक्षिप्त इतिहास, लेखक - मोहनलाल दलीचन्द देसाई, प्रका०- श्वेताम्बर जैन कान्फ्रेन्स, मुम्बई १९३३ ई०.
जैनस्तोत्रसन्दोह, भाग १, संपा० मुनि अमरविजय के शिष्य मुनि चतुरविजय, प्रका० - श्री साराभाई मणिलाल नवाब, प्राचीन (जैन) साहित्योद्धार ग्रन्थमाला, अहमदाबाद १९३२ ई०.
ज्ञानांजलि (मुनि पुण्यविजयजी अभिवादन ग्रन्थ), संपा०- भोगीलाल सांडेसरा तथा अन्य, प्रका० - श्री सागर गच्छ जैन उपाश्रय, बड़ोदरा १९६२ ई०.
तपागच्छवंशवृक्ष, लेखक - जयन्तीलाल छोटालाल शाह, प्रका० - जयन्तीलाल छोटालाल शाह, सातभाईनी हवेली, झवेरीवाड़, अहमदाबाद वीर सम्वत् २४६२.
त्रण प्राचीनगुजराती कृतिओ, संपादिका - शार्लोटे क्राउझे (कु० सुभद्रा देवी), प्रका०गुजरात विद्या सभा, अहमदाबाद १९५१ ई०.
दिग्विजयमहाकाव्य, रचनाकार मेघविजय गणि, संपा०- पं० अम्बालाल प्रेमचन्द शाह, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, भारतीय विद्या भवन, मुम्बई १९४५ ई०. देवानन्दाभ्युदयमहाकाव्य, रचनाकार मेघविजय गणि, संपा०- पं० बेचरदास दोशी, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद- कलकत्ता १९३७ ई०.
नव्यपंचकर्मग्रन्थ: देवेन्द्रसूरि, संपा०- प्रवर्तक चतुरविजय, प्रका० - श्री आत्मानन्द जैन ग्रन्थमाला, भावनगर वि०सं० १९९६ / ई०स० १९४०.
पट्टावलीपराग संग्रह, संपा०- मुनि कल्याणविजय गणि, प्रका० श्रीकल्याणविजय शास्त्र संग्रह समिति, जालोर १९६६ ई०. पट्टावलीसमुच्चय, प्रथम भाग, संपा० मुनि दर्शनविजय, प्रका० - श्री चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, वीरमगाम १९३३ ई०.
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