Book Title: Sramana 2002 07
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 10
________________ ५ तीर्थङ्कर अरिष्टनेमि : वैदिक-परम्परा के अनुसार वंश-परिचय श्राट अन्धक स्वफल्क युधाजित देवमीढुष वृषि अन्धक वसुदेव आदि दशार्ह अक्रूर अरिष्टनेमि श्रीकृष्ण ८ भाई श्वेताम्बर जैन-परम्परा के अनुसार अरिष्टनेमि का वंश-परिचय __ यद वीर शौरी . भोग वृष्णि अन्धक वृष्णि १. समुद्रविजय २. अक्षोभ अरिष्टनेमि रथनेमि सत्यनेमि दृढ़नेमि स्तिमित - - सागर हिमवान् अचल धरण ७ ७. पूरण ९. अभिचन्द्र १०. वसुदेव श्रीकृष्ण, बलराम दिगम्बर-परम्परा के हरिवंशपुराण में यद् से नरपति शूर और वीर, सर से अन्धकवृष्णि तथा अन्धकवृष्णि से समुद्रविजय, अक्षोभ्य आदि दशा) तथा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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