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२. तुलनात्मक-अतिशयार्थक:
जब किन्हीं दो की तुलना में किसी एक का उत्कर्ष अथवा अपकर्ष दिखाया जाता है, तब विशेषण-वाचक शब्द में 'अर', तथा 'ईअस', एवं जब दो से अधिक की तुलना में किसी एक का उत्कर्ष या अपकर्प प्रदर्शित किया जाता है, तब 'अम' एवं 'इट्ठ' प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है। जैसे :विशेषण
अर
अम पित्र ( प्रिय )- पिअपर - पिअग्रम खुद्द (क्षुद्र )- खुद्दार - खुद्दप्रम अप्प (अल्प)- अप्पर अप्पप्रम अहिय (अधिक) अहियअर अहियअम
विशेषणअप्प ( अल्प) धम्मी (धर्मी) गुरु -
ईस कणीस धम्मीप्रस गरीप्रस
कणि
धम्मिट्ठ
गरिट्ठ
३. मत्वर्थीय:
किसी वस्तु के अधिकारी की (अथति 'वान्' या 'वाला') सूचना देने के लिए इल्ल, ऊल्ल, पाल, आलु, इर, वंत, मंत, इत्त, मण आदि प्रत्ययों का प्रयोग किया जाता है। इन प्रत्ययों का अर्थ दो प्रकार से किया जाता है-(क) "इसके पास है" ( तदस्य अस्ति) तथा (ख) "इसमें है" (तदस्मिन् अस्ति ) जैसे :
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