Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company
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द्वितीयः पाठः
लङ्-लकारः
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(प्रथमपुरुषः एकवचनम्) . ह (हर्) भार्या आसीत् आचार्यः निबन्धः कथा कथ् (कथय) मेधाविक
जातडजाजजाड
छात्रः अलिखत्। छात्रः कलमेन अलिखत्।
OMA
सः अगच्छत्। सः ग्रामम् अगच्छत्।
अश्वः अतिष्ठत्। अश्वः जलाय अतिष्ठत्।
फलम् अपतत्। फलम् वृक्षात् अपतत्।
रावणः अहरत्। रावणः रामस्य भार्याम् अहरत्।
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भ्रमरः आसीत्। भ्रमरः पुष्पेषु आसीत्।

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