Book Title: Sambodhi 1996 Vol 20
Author(s): Jitendra B Shah, N M Kansara
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 87
________________ Vol. xx, 1996 VARIANTS FROM VENISAMHARA AND.... 83 राजन्याः क्षत्रियाः, तेषां उपनिमन्त्रणाय, आह्वानाय हतः, ताडितः, दुन्दुभिः, भेरी स्फीतं स्निग्धं यथा स्यात्तथा रसति शब्दं करोतीत्यर्थः । ताडने स्निग्धशब्दोदयाज्जयसूचनम् । 'यशो दुन्दुभिः' इति पाठे स्फीतमभिवृद्धं यश एव दुन्दुभिरिति व्यस्तरूपकं बोध्यम् समासे स्फीतमित्यस्यानन्वयात् । - 'बा. बो.'-Jha. edn. p. 355 हतो दुन्दुभिः स्फीतं स्निग्धं यथा तथा रचति । ताडने स्निग्धशब्दोदयाज्जयसूचनम् । यशो दुन्दुभिरिति पाठे स्फीतं यश एव दुन्दुभिरिति व्यस्तरूपकं बोध्यम् । समासे स्फीतमित्यनन्वयात् । -'उद्योत'-प्र. & उ. edn. p. 309 हतोदुन्दुभिः स्फीतं स्निग्धं रसति । ताडने स्निग्धशब्दोदयात् जयसूचनम् । यशोदुन्दुभिरिति वा पाठः।-- 'सा. बो.'-प्रयाग edn. p. 254 बालचित्ता० has favoured यशोदुन्दुभिः यशोदुन्दुभिः राजन्योपनिमन्त्रणाय स्फीतं यथा स्यात्तथा रसति शब्दं करोति । - प्रयाग edn. p. 253 (4) महाप्रलयमारुतक्षुभितपुष्करावर्तक प्रचण्डधनगजितप्रतिरवानुकारी मुहुः ।। रवः श्रवणभैरवः स्थगितरोदसीकन्दरः कुतोऽद्य समरोदधेरयमभूतपूर्वः पुरः ॥ 3.8 This verse has three variants. They are as under: ०पुष्पकरावर्तक - All editions of the Veni, except Madras edn., have oपुष्पकरावर्तक. Madras edn. (p. 71) has पुष्पकरावर्तक for पुष्पकरावर्तक but in the notes (p. 296) it mentions पुष्पकरावर्तक as referred to by Mallinatha in the Meghaduta. Most of the different commentaries on the K. P. have also पुष्पकरावर्तक, while सा. चू. & सं. प्र. edn. (p. 81) has पुष्कलावर्तक, प्रतिरवानुकारीAll editions of the Veni. have प्रतिरवानुकारी, but the N. S. edn. (p. 70). has mentioned the other reading after crê in the ft. note, which was preferred by most of the different commentaries on the K. P. See 0151 - Jha. edn. (p. 365), प्र. & उ. edn. (p. 316), R. P. edn. (p. 386), प्रयाग edn. (p. 260), सा. दी. edn. p. II (p. 74), विवेक edn. (p. 222-223), विस्ता० edn. p. II (p. 6465) संकेत (मा.) edn. (p. 105) and संकेत (सो.) edn. p. JI (p. 146). प्र. & 3. edn. (p. 316) and संकेत (मा.) edn. (p. 105) have noted the other reading

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