Book Title: Rushabh Charitra Varshitap Vidhi Mahatmya
Author(s): Priyadarshanashreeji
Publisher: Mahavir Prakashan

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Page 21
________________ agesiegesdeegusargesideseite-ege करने वाला सिद्ध हो। प्रभु ऋषभदेव की अनंत कृपा एवं महान 5 तपस्वियों का शुभाशीर्वाद प्राप्त करके वर्षीतप के नये- नये साधक। साधिकाएँ प्रभु की सुदीर्घ तपाराधना का अनुकरण अनुगमन करते रहे। इति शुभम्! साध्य साधिका साध्वी प्रियदर्शना श्री 'प्रियदा' Recor-AROORKEResereyaROSAR - तमिल के आद्यकवि(सुभाषित)तिरूवल्लुवर . तिरुकुरल(रचियता) - अगर मुदल एलुत्तेल्लाम् आदी भगवन् मुदट्रे उलगु 'अ' अक्षर संसार की समस्त-भाषाओं में आद्य अक्षर | है। इसी तरह संसार के प्रथम भगवान 'आदिनाथ' है। 'अ' से अक्षय तृतीया, "आ' से आदिनाथ यही है प्रभु आदिनाथ से जुड़ा हुआ अक्षय-तृतीया 'महापर्व' GOOGLEGQPagessesGALSHREST

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