Book Title: Rushabh Charitra Varshitap Vidhi Mahatmya
Author(s): Priyadarshanashreeji
Publisher: Mahavir Prakashan
View full book text
________________ Geegegusagessege ऋषभ देव जन्मोत्सव (तर्ज-आज रो बधावो.....) आज रो बधावो, राजा नाभि रे दरबार रे। मरूदेवी बेटो जायो, नाम ऋषभकुमार रे।।टेर|| gesiccasionsgensie अयोध्या में मोच्छव होवे, मुख बोले जय जयकारे रे। घनन घनन घन घंटा बाजे, देव करे जेईकारे रे।।1।। इन्द्र इन्द्राणी मिल मंगल गावे, लावे मोतीमाल रे। चंदन चरणे पाय लागे, प्रभु जीवों चिरकाल रे।।2।। नाभिराजा दानज देवे बरसे अखण्डधार रे। ग्राम नगरपुर पाटण देव, देवे मणि भंडार रे।।3।। हाथी हाथी देवे साथी देवे, देवे रथ तुखार रे। हीर चीर पीताम्बर देवे,देवे सभी शिणगार रे।।4।। gesic-egesicGreategorieGusic तीन लोक में दिनकर प्रगट्यो, घर-घर मंगलमाल रे। 'केवल' कमला रूप निरंजन आदिश्वर दयाल रे।।5।।

Page Navigation
1 ... 109 110 111 112 113 114 115 116