Book Title: Rushabh Charitra Varshitap Vidhi Mahatmya
Author(s): Priyadarshanashreeji
Publisher: Mahavir Prakashan

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Page 103
________________ regusageskagesdeegeeagesiegeta आदिनाथ का कुल आदिनाथ प्रभु के कुल का क्या कहना, सिद्ध क्षेत्र पधारे सभी भाई बहना। 1. सुमंगला सुनंदा की फुलवारी थी, सौ पुत्र दो कन्या की केसर क्यारी थी आदिनाथ प्रभु को सबसे पहली वंदना..... 2. माता मरुदेवी की महिमा न्यारो थी, आदिनाथ को देख मिटो अंधियारी थी,मोक्ष द्वार खोला है... कर लो चरण वंदना..... 3. भाषा लिपि का ज्ञान प्रभु ने ब्राह्मी को दिया, अंक लिपि में सुंदरी ___को निष्णात किया, कृपा करके प्रभु ने दिया संयम गहना..... 5 testeisestigestivestestesgestietest 4. आदिनाथ के शासन को दोनों प्रमुखा बानी, जग को छोड़ के __ राह मोक्ष की चुनी, अनुकरण पिता का हमें भी करना....... 5. सोलह सतियों में दोनों निराली रही, गुण गाथा न मुख से जाय पर कही आदिनाथ प्रभु को शत शत वंदना..... 6. मान हाथी पर बैठे थे बाहुबली पितृ आज्ञा से दोनों बहनें चली नीचे उतरो भैय्या, कर लो चरण वंदना..... 7. मधुर-मधुर शब्द कानों में पड़े, वंदन करने को ज्यौंहि चरण / बढ़े केवल ज्ञान का हार गले में पहना।।

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