________________
गोरा के यहाँ पहुंची। उसने बादल को भी तैयार किया। पाँच सौ डोलियाँ वैयार हुई और एक एक डोली में पाँच-पाँच आदमी वैठे। वादल ने स्वयं पद्मिनी का रूप धारण किया, और राजा को वचा ले गया। गोरा युद्ध मे काम आया । ___ संवत् १६४५ मे जैन कवि हेमरतन ने महाराणा प्रताप के राज्यकाल मे इस वीर गाथा की अपने शब्दों मे पुनरावृत्ति की। 'स्वामिधर्म' का प्रचार सम्भवतः इस नव्य रचना का मुख्य लक्ष्य था इसी कथा का परिवर्धन सवत् १७६० मे भागविजय नाम के अन्य जैन कवि ने किया।
जटमल नाहर रचित 'गोरा बादल चौपई भी इस ग्रंथ में • प्रकाशित हो रही है। इसका रचनाकाल वि० सं० १६८० है । कथा मे कुछ द्रष्टव्य वातें ये है :
(क) चित्तोड़ का राजा रतनसेन चौहान है। (ख) एक भाट से पद्मिनी के विपय मे सुनकर वह सिंहल
जाने का निश्चय करता है। (ग) सिंहलराज ने बिना किसी आपत्ति के रतनसेन और
पद्मावती का विवाह कर दिया और राघवचेतन
को उसके साथ चित्तोड़ भेजा। १-देखें इस संग्रह के पृ०१०९-१२८ २-देखें शोधपत्रिका भाग ३, अङ्क २ पृष्ठ १०५-११४ पर
श्री अगरचन्द नाहटा का लेख । ३-पृ० १८२-२०८