Book Title: Kasaypahudam Part 04
Author(s): Gundharacharya, Fulchandra Jain Shastri, Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Digambar Sangh
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गा० २२ ]
डिपणा अंतर
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भागवड्डि-अवट्ठि ० ज० एगस०, उक्क० एकतीस सागरो० सादिरेयाणि । असंखेज्जभागहाणी ० ज ० एस ०, उक्क० अंतोमु० । दोवड्डीणं ज० एगसमओ । इत्थि - पुरिस० संखेज्ज भागवड्डीए ज० अंतोमु० । दोहं हाणीणं ज० अंतोमु० । उक्क० चदुण्हं पि असंखेज्जपोग्गलपरियट्टा ।
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$ ३५४. सम्मत्ताणु० वेदगसम्मा० मिच्छत्त ०- सम्मत्त ०० - सम्मामि० - अणंताणु०चक्क० असंखेज्जभागहाणी० जहण्णुक० एस० । संखेज्जभागहाणी ० ज० अंतोनु०, उक्क ० छावट्टिसागरो० देखणाणि । एवं संखेज्जगुणहाणीए वत्तच्वं । असंखेज्जगुणहाणीए जहण्णुक • अंतोमु० । बारसक० णवणोक० असंखेज्जभागहाणी० जहण्णुक● एगस० | संखेज्जभागहाणी० जह० अंतोमु०, उक्क० छावट्टिसागरो० देसूणाणि । संखेज्जगुणहाणी • जहण्णुक • अंतोमु० । खइयसम्माहट्ठी० एकवीसपयडीणमसंखेज्जभागहाणी • जहण्णुक • एगस० | संखेज्जभागहाणी० जह० अंतोमुद्दत्तं उक० तेत्तीसं सागरो ० सादिरेयाणि । संखेज्जगुणहाणि - असंखेज्जगुणहाणीणं जहण्णुक ० अंतोमु० उवसमसम्माहट्ठी० अट्ठावीसं पयडीणमसंखेज्जभागद्दाणी ० जहण्णुक० एस० । संखेज्जभागहाणी० अणंताणु०४ संखेज्जगुणहाणि - असंखेज्जगुणहाणी • जहण्णुक्क ० अंतोमु० । सम्मामि ० अट्ठावीस पयडीणमसंखेज्जभागहाणी ० जहण्णुक्क० एस० । संखेज्जभागहाणि ० संखेज्जगुणहाणी • जहण्णुक्क० अंतोमु० ।
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प्रकृतियोंकी असंख्यात भागवृद्धि और अवस्थितका जघन्य अन्तर एक समय और उत्कृष्ट अन्तर साधिक इकतीस सागर है । असंख्यात भागहानिका जघन्य अन्तर एक समय और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । दो वृद्धियोंका जघन्य अन्तर एक समय तथा स्त्रीवेद और पुरुषवेदकी संख्यातभागवृद्धिका जघन्य अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । दो हानियोंका जघन्य अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । तथा चारोंका उत्कृष्ट अन्तर असंख्यात पुद्गल परिवर्तन है ।
$ ३५४. सम्यक्त्वमार्गणाके अनुवादसे वेदकसम्यग्दृष्टियों में मिथ्यात्व, सम्यक्त्व, सम्यग्मिथ्यात्व और अनन्तानुबन्धीचतुष्ककी असंख्यात भागहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर एक समय है । संख्यातभागहानिका जघन्य अन्तर अन्तर्मुहूर्त और उत्कृष्ट अन्तर कुछ कम छयासठ सागर है । इसी प्रकार संख्यातगुणहानिका अन्तर कहना चाहिये । असंख्यातगुणहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । बारह कषाय और नौ नोकषायोंकी असंख्यात भागहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर एक समय है । संख्यातभागहानिका जघन्य अन्तर अन्तर्मुहूर्त और उत्कृष्ट अन्तर कुछ कम छयासठ सागर है । संख्यातगुणहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । क्षायिकसम्यग्दृष्टियों में इक्कीस प्रकृतियोंकी असंख्यात भागहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर एक समय है । संख्यातभागहानिका जघन्य अन्तर अन्तर्मुहूर्त और उत्कृष्ट अन्तर साधिक तेतीस सागर है । संख्यातगुणहानि और असंख्यातगुणहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है। उपशमसम्यग्दृष्टियोंमें अट्ठाईस प्रकृतियोंकी असंख्यात भागहादिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर एक समय है । संख्यातभागहानिका तथा अनन्तानुबन्धीचतुष्ककी संख्यातगुणहानि और असंख्यात गुणहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है । सम्यग्मिथ्यादृष्टियोंमें अट्ठाईस प्रकृतियोंकी असंख्यातभागहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर एक समय है । संख्यातभागहानि और संख्यात गुणहानिका जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर अन्तर्मुहूर्त है ।
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