Book Title: Jiva Vichar Prakaran
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek
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LOOTER
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(२) हवे वे गाथा वडे तेत्रिय जीवना भेद कहे ;
गोमी मंकण जूआ, पिपीलि उद्देहिया . यमकोडा॥इल्लिय घयमिक्षीउँ, साक्य गोकीमजाई॥१६॥गद्दय चोरकीमा, गोमयकीका य धनकीमा य॥ कुंथु गुवालिय इलिया, तेइंदिय इंदगोवाशा१७॥
गाथा १६ मीना बूटा शब्दना अर्थ. गोमीकानखजूरा. | इलिय-इद. मंकण-मांकन.
घयमिबी-धीमेल. जूआ-यूका.
सावय-सावा. पिपीलि-कीमी.
गोकीम-गींगोमा. उद्देहिया-उद्देहिका, उधे. जाई जातियो. मक्कोमा मंकोमा.
गाथा १७ सीना बूटा शब्दना अर्थ. गइहय-जत्तिंगा, गङ्गया. कुंथु-कुंथुआ. चोरकीमा-विष्टाना कीमा. गुवालिय गोपालिक. गोमयकीमा-गणना कीसा. इलिया इलिका. धन्नकीमा-धान्यना कीमा. ते दिय-तेइजिय. य-वटी.
| इंदगोवाई-इंजगोपादि. अर्थः-( गोमी के०) कानखजूरीया, एना पग

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